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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के क्षेत्र में टूट गया गठबंधन, आमने-सामने हैं भाजपा-भासपा के उम्मीदवार

locationगाजीपुरPublished: Nov 15, 2017 11:19:02 pm

महेंद्र नाथ पाण्डेय के गृह क्षेत्र में भासपा नेे बढ़ायी मुश्किलें, दिलचस्प हुआ मुकाबला

nikay chunaw

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गाजीपुर. भारतीय जनता पार्टी और भारतीय समाज पार्टी का गठबंधन ज्यादा पुराना नहीं हुआ, लेकिन दोनों दलों के रिश्ते तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। प्रदेश सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर के तेवर भी जगजाहिर हैं। निकाय चुनाव मिलकर लड़ने की बात दोनों दलों के नेता कहते रहे, लेकिन आलाकमानों के फरमान निकाय चुनाव में एकला चलो के ही आये। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्रनाथ पाण्डेय के गृह क्षेत्र सादात में गठबंधन धर्म ताक पर रखकर दोनों ही दलों के उम्मीदवार एक-दूसरे के खिलाफ ताल ठोंक रहे हैं।
भाजपा उम्मीदवार प्रमिला के पति राजनाथ सिंह यादव अपनी 10 वर्ष की उपलब्धियों के साथ जनता से समर्थन मांग रहे हैं, वहीं विरोधी उम्मीदवार उनकी नाकामियों को भुनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते। राजनाथ के पक्ष में जहां भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेताओं के साथ ही क्षेत्रीय विधायक ने पूरी ताकत झोंक दी है, वहीं भासपा उम्मीदवार के समर्थन में भी पार्टी के जखनियां विधायक त्रिवेणी राम प्रचार में जुटे हैं। समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार सुमन यादव भाजपा उम्मीदवार के पति पर अपने पति की हत्या कराने का आरोप लगाते हुए जनता का समर्थन मांग रही हैं। उनके साथ चुनाव प्रचार में उनके दो मासूम बेटे भी रह रहे हैं, जिससे लोगों की सहानुभूति भी उनको मिल रही है। पर्व अध्यक्ष राजनाथ ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि हमारे परिवार को साजिशन फंसाया गया।
मजबूर होकर उतारा उम्मीदवार
भारतीय समाज पार्टी के विधायक त्रिवेणी राम ने भाजपा को पिता एवं भासपा को पुत्र बताया व कहा कि हमने गठबंधन धर्म निभाते हुए महज दो सीटों की मांग की थी, लेकिन भाजपा ने एक भी सीट नहीं दी। इसलिये मजबूर होकर हमें अपने सहयोगी दल के खिलाफ उम्मीदवार उतारना पड़ा।
डोर-टू-डोर संपर्क पर जोर
भाजपा, सपा, बसपा एवं भासपा जैसे राजनीतिक दलों के साथ ही निर्दलीय उम्मीदवारों का जोर अब डोर-टू-डोर संपर्क पर र्है। अध्यक्ष पद के प्रत्याशी हों अथवा सभासद पद के, सभी का जोर प्रत्येक मतदाता तक पहुंचने पर है। कई टोलियां बनाकर समर्थक विभिन्न इलाकों में निरंतर भ्रमण कर रहे हैं।
दिलचस्प हुई चुनावी जंग
भाजपा एवं भासपा उम्मीदवारों के बीच कड़ी रस्साकशी में समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार सुमन यादव भी मजबूती से लड़ रही हैं। नुक्कड़ एवं चाय की दुकानों पर चल रही चर्चा पर गौर करें तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के लिये अपने गृह क्षेत्र में पार्टी की नैया पार कराना लगाना उतना आसान नहीं। त्रिकोणीय संघर्ष ने चुनावी जंग को त्रिकोणीय बना दिया है।
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