अपने पत्र में अलका राय ने इस सबके पीछे प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की रजामंदी से होने का आरोप लगाया है। उन्होंने लिखा है कि… ‘यह बेहद शर्मनाक है कि आपकी राजनीतिक पार्टी और उसके नेतृत्व की सरकार इतनी निर्लज्जता के साथ मुख्तार अंसारी जैसे दुर्दांत अपराधी के साथ खुलकर खड़ी है। कोई भी ये स्वीकार नहीं करेगा कि यह सबकुछ आपकी और राहुल जी की जानकारी के बगैर हो रहा है।’
उन्होंने पत्र में लिखा है कि ‘तमाम अदालतों से मुख्तार अंसारी को तलब किया जा रहा है। परंतु पंजाब सरकार उसे उत्तर प्रदेश भेजने को तैयार नहीं है। हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर मुझे और मुझ जैसे सैकड़ों लोगो को इंसाफ से वंचित किया जा रहा है।’ आगे लिखा है कि ‘मुख्तार अंसारी पेशेवर अपराधी है। उसने तमाम निर्दोषों की बेरहमी से हत्या की है। अनेक माताओं बहनों का उसने सुहाग उजाड़ा है तो तमाम बच्चों के सिर से उसने पिता का साया छीना है।’
बीजेपी विधायक अलका राय ने लिखा है कि ‘आपसे विनम्रता से सवाल है कि आप ऐसा क्यों कर रही हैं? क्या आपको हम जैसी अबलाओं का दर्द नहीं दिख रहा?’ विधायक ने पूछा है कि ‘आज संपूर्ण उत्तर प्रदेश की जनता के मन में ये कौतूहल है कि मुख्तार को लेकर उठ रहे तमाम सवालों पर आखिर प्रियंका जी और राहुल जी खामोश क्यों हैं? आखिर वोटबैंक की मजबूरी में आप क्यों एक कुख्यात अपराधी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. मुझे आपके जवाब का इंतजार रहेगा.।’
By Alok Tripathi