अफजाल अंसारी ने गाजीपुर के दुल्लहपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी पर हमला किया1 उन्होंने कहा कि 1947 से लेकर कारगिल युद्ध तक देश की सेना ने कई लड़ाइयां लड़ीं और पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी। बावजूद इसके कभी भी देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री ने सेना के नाम पर वोट नहीं मांगा। पर आज सेना के नाम का इस्तेमाल वोट के लिये किया जा रहा है। उन्होंने पुलवामा हमले को भी सोची-समझी साजिश बताते हुए कहा कि अब इसका ठीकरा अजहर मसूद पर फोड़ा जा रहा है, जबकि अजहर मसूद भाजपा की पैदाइश है। उन्होने भाजपा वालों को कायर तक कहा।
अफजाल अंसारी के इस हमले का जवाब बीजेपी के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने दिया। उन्होंने कहा कि उनके घर में खुद अपराधी पलते हैं। सवाल किया कि पहले ये बताएं कि जिनके अपराध के चलते आम आदमी भी अपनी आवाज उठाने से डरता है ऐसे मुख्तार अंसारी क्या भाजपा की देन हैं। उन्होंने अफजाल अंसारी पर आतंकवादियों को सम्मान देने का आरोप लगाया। कहा कि वो फिर से गाजीपुर में अपराध को वापस लाने का काम कर रहे हैं। ऐसे में अब मतदाताओं को फैसला करना है कि उन्हें कैसे लोगों को अपना जनप्रतिनिधि चुनना है।
By Alok Tripathi