खानपुर थाना क्षेत्र के भुजहुआं गांव के रहने वाले पीयूष गिरी की शादी दस दिन पहले यानि 15 मई को जौनपुर के केराकत निवासी पप्पू गोस्वामी की पुत्री ममता से हुई। विवाह के बाद वो बहू को लेकर घर आए। इधर शादी के बाद भी ममता अपने पुराने आशिक को भूल नहीं पा रही थी। वो यहां आने के बाद भी प्रेमी राजन से लगातार फोन पर बातें करती रहती थी। दोनों ने तय किया कि पति को ही रास्ते से हटा दिया जाये और सारे जेवरात लेकर नयी दुनियां बनाकर हंसी खुशी से रहा जाये।
गुरूवार की रात ममता के प्रेमी ने उसे सल्फास की डिब्बी लाकर दी। कहा कि पति को खिला दो। इधर ममता ने अपने सारे गहने समेटकर प्रेमी के हाथ दे दिया। भागने की पूरी योजना बन गई। रात हुई पति भी ममता के साथ नई दुनियां में खुश था। ममता उसके पास आने लगी तो किचन में ही उसे पीने के लिए दूध लेने लगी। वहीं वो दूध में प्रेमी द्वारा दिये सल्फास को दूध में मिला रही थी। अतचानक पति पहुंचा तो उसने सल्फास की डिब्बी देख लिया। पति ने डिब्बी दिखाने को कहा तो पत्नी ने मना कर दिया। आखिरकार वो छीना तो जहर मिला। पति ने घर वालों को बुलाकर पूरा सच उजागर कर दिया।
अगले दिन पुलिस का सूचना दी गई। प्रेमी को दूल्हन से घर बुलवाकर गांव के लोगों ने जमकर पीटा फिर पुलिस के हवाले कर दिया। दोनों ने कबूल किया कि जहर देकर हम दोनों का भागने का प्लान था। अब पति -पत्नी के रिश्ते को फिर से जोड़ने के लिए पंचायत काम कर रहा है। वहीं पीयूष ने साफ कहा कि उसे अब पत्नी ममता पर बिल्कुल भरोसा नहीं है वो किसी भी दिन फिर उसकी जान लेने की कोशिश कर सकती है।