पुलिस की पूछताछ मे मुन्ना के बेटे वीरबहादुर ने बताया है कि पिता जी शुक्रवार की शाम से ही घर से निकले थे लेकिन उसके बाद रात में वो घर नहीं आये। सुबह हादसे की सूचना मिली। वही इस पूरे प्रकरण पर एसपी ग्रामीण चंद्रप्रकाश ने बताया कि मृतक की पहचान गंधुतालुका क्षेत्र के डेवढ़ी गांव निवासी श्रीप्रकाश सिंह (48) उर्फ मुन्ना दादा के रूप में हुई। इन्हें पीछे से गोली मारी गयी है फिलहाल पुलिस जाँच कर रही है। सूत्रों के अनुसार हाल में ही ये सपा को छोड़कर बसपा में शामिल हुए थे। काफी दिनों से ये सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में क्षेत्र में कार्यरत थे और लोंगो के बीच अच्छी पकड़ रखते थे। फिलहाल पुलिस हत्यारों की जांच में जुट गई है।
20 साल से भी अधिक समय कर रहे थे सपा में बताया जाता है कि मुन्ना दादा सपा के काफी पुराने नेता थे। समाजवादी पार्टी के स्थापना काल से ही ये सपा से जुड़े रहे और पार्टी के हित में अनेको काम किए। मुन्ना सपा के कार्यकाल में मंत्री रहे ओम प्रकाश सिंह के काफी करीबी रहे। ओम प्रकाश ने इस हत्या की निंदा करते हुए पुलिस से जल्द मामले का खुलासा करने की अपील की है।
2017 में सपा से बनी दूरी बताया जाता है कि सालों तक सपा और ओम प्रकाश के करीबी रहने वाले मुन्ना दादा ने 2017 के विधान सभा के चुनाव मे सपा को साथ छोड़ दिया था और बसपा के उम्मीदवार अतुल राय को जिताने के लिए जी जान से मेहनत की थी। हालांकि इस चुनाव में न तो ओम प्रकाश जीत सके और न ही अतुल राय। यहां पर भाजपा ने बाजी मार ली थी। फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल के कई शराब की बोतलें बरामद किया है। बेटे की तहरीर पर जमानियां कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।