मुस्तफाबाद थाना इलाके के मुस्तफाबाद मुहल्ले की रहने वाली आलिशा पुत्री सुखराम महाविद्यालय रुहीपुर में बीटीसी की पढ़ाई करती थी। शुक्रवार को सुबह पढाई करने के लिए स्कूल निकली थी। लेकिन देर शाम जब आलिशा स्कूल से वापस नहीं आई तो परिजनों ने रिश्तेदारों को फोन किया। कहीं पता न चल पाने के बाद रात को पुलिस को सूचना दी।
सूचना के बाद पुलिस ने तलाश किया तो शनिवार की देर शाम युवती का शव घर से तकरीबन 15 किलोमीटर दूर मिला। शव जहां से मिला वो स्कूल से विपरीत दिशा है। जहां युवती के जाने का कोई आशय नहीं दिखता। ऐसे में एक बात तो साफ दिख रही है कि पहले उसका अपहरण किया गया बाद में हत्या की वारदात को अंजाम देने का काम किया गया है।
आतिशी के किसी तरह के निजी रिश्ते या किसी से विवाद को लेकर घर वालों को कहना है कि ऐसी कोई बात कभी नहीं आई। किसी से उनके परिवार की कोई अदावत भी नहीं है। फिर उनके बच्ची को क्यूं मारा गया ये समझ से परे है। हालांकि पुलिस का कहना है कि जल्द हत्यारों तक पहुंचा जाएगा।