बीते कुछ महीनों से जिले में धर्मांतरण का मुद्दा काफी सुर्खियों में रहा है। ईसाई मिशनरियों पर धर्मसभा की आड़ में धर्मपरिवर्तन करने का आरोप लगा तो इसके चलते कुछ जगह प्रार्थना सभाओं पर भी विरोध के चलते रोक लगा दी गयी। अब ईसाई समाज ने इसके खिलाफ आवाज बुलंद की है। शहर के चर्च कंपउंड से सैकड़ों की तादाद में ईसाई जुलूस के रूप में निकले। विभिन्न इलाकों से होता हुआ उनका विरोध मार्च कचहरी स्थित सरयू पांडेय पार्क पहुंचकर सभा में तबदील हो गया।इस दौरान लोगों ने तख्तियां उठा रखी थीं, जिनपर ‘धार्मिक आजादी न छीनिये, प्रार्थना करने से न रोकिये’ जैसे नारे लिखे हुए थे।
मसीहियों ने पहले प्रभु यीशु की प्रार्थना की उसके बाद जिला प्रशासन व कुछ धार्मिक संस्थाओं पर ईसाई मिशनरियों की प्रार्थना में खलल डालने व उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। जिला प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर 15 दिनों के भीतर उत्पीड़न बंद नहीं हुआ तो पूरे शहर को जाम कर आंदोलन किया जाएगा। मौके पर पहुंचे तहसीलदार सदर से भी लोगों ने शिकायत की। उनका कहना था कि धर्मांतरण का झूठा आरोप लगाकर धर्मिक सभा करने से रोका जा रहा है। पुलिस हमारे समाज के लोगों का उत्पीड़न कर रही है, उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसा रही है। इस पर तहसीलदार सदर ने उन्हें उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
By Alok Tripathi