सोमवार को गहमर
थाना इलाके के गहमर गांव में अचानक दुर्गंध फैलने लगी। इससे लोग परेशान हो गए। दुर्गंध का पता लगाने के लिए ग्रामीण गंगा के किनारे पहुंचे तो वहां अचानक भारी संख्या में डेडबॉडी शवों को देखकर ग्रामीणाें के पैरों तले से जमीन खिसक गई। यह दृश्य देखकर ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पूरे मामले की जानकारी जिला प्रशासान को दे गई। ग्रामीणों ने बताया कि शासन ने गंगा में जल प्रवाह पर पूर्णतया रोक लगा दी गई है। बावजूद इसके लोग
कोविड-19 महामारी वजह से या फिर सामान्य स्थिति में भी माैत होने पर शवों का दाह संस्कारक गंगा किनारे कर रहे हैं।
अब जो दृश्य सामने आया है उसने बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणाें की माने तो गहमर के नरवा गंगा घाट, सोझवा गंगा घाट और बुलाकी दास बाबा की मठिया घाट के पास करीब एक किलोमीटर के दायरे मे 100 से अधिक शव पानी में तैरते हुए मिले हैं। इनमें से अधिकतर शव दो-चार दिन पुराने ही हैं। गंगा घाटों के किनारों पर शव लगे होने के कारण आसपास के लोगों का रहना मुश्किल हो गया है। दुर्गंध से लोगों में भी संक्रमण फैलने का अंदेशा और भी बढ़ गया है। इस घटना के बाद गाजीपुर पुलिस ( Ghazipur Police ) ने गंगा किनारे घाटों पर शवों के अंतिम संस्कार पर रोक लगा दी है।