खानपुर क्षेत्र के फरीदहा में किसानों ने अपने खेतों से पशुओं को भगाने के लिये तोप जैसी बंदूक बनायी है। इससे किया गया फायर एक किलोमीटर दूर तक पशुओं को खेतों से दूर रखता है। रात के सन्नाटे में इसकी आवाज की क्षमता और अधिक बढ़ जाती है। आशुतोष सिंह कहते है कि मात्र तीन सौ रुपये की लागत से सस्ती गन बनाकर किसान अपने खेतों की रखवाली कर सकते है। इसे चलाने के लिए मटर के दाने बराबर कार्बाइड के टुकड़े को एक ढक्कन पानी की आवश्यकता है। गनमशीन के माध्यम से किसान खेतों से दूर बैठकर भी जानवरों को भगा रहे है। गाज़ीपुर सहित चंदौली आजमगढ़ और जौनपुर से आकर किसान इस गन की मांग कर रहे है और बनाने की विधि सीख रहे है।
उन्होंने बताया कि इस गन को बनाने के लिए घरो में पानी की निकासी वाले पाइप और गैस जलाने वाले लाइटर की सहायता से आसानी से बनाया जा सकता है। और इस गन के फायर से आवाज़ असली बंदूक से भी कही अधिक होती है। जिसकी आवाज़ सुनने के बाद अब उनके गांव के खेतों से जानवर कोसो दूर भाग जा रहे है। उन्होंने बताया कि अब उनके गांव के किसान अपने खेतों में शाम को सूरज डूबने के बाद चार से पांच फायर करते है। और फिर उन्हें पूरी रात उन जानवरो से खेत की रखवाली करने की जरूरत नही पड़ती। उन्होंने बातचीत के दौरान बताया कि इस साल दीपावली में उनके गांव के युवा पटाखे की बजाय इसी गन का प्रयोग करने की बात कह रहे है।
By Alok Tripathi