किसानों का यह विरोध प्रदर्शन वाराणसी से गोरखपुर के लिए बन रहे फोर लेन सड़क के लिए किसानों की जमीन का उचित मुआवजा देकर एनएचआई और जिला प्रशासन द्वारा भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है लेकिन विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को उनके जमीन का अभी तक मुआवजा नहीं मिला और एनएचआई द्वारा सड़क का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जिसको लेकर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारी किसानों की जमीन को फोर लेन सड़क बनाने के लिए एनएचआई और जिलाप्रशासन द्वारा उचित मुआवजा देकर अधिग्रहण किया जा रहा है। किसानों का कहना है कि हम भूमिहीन किसान हैं और जिला प्रशासन द्वारा छह माह पहले मेरे भूमि का गजट करा कर नोटिस भी दिया गया है। लेखपाल द्वारा हम लोगों की प्रत्रावली भी जमा कराई गई। लेकिन आज तक मुआवजा के नाम पर कुछ भी नहीं मिला, जिला प्रशासन और एनएचआई द्वारा मुआवजा के नाम पर बहानेबाजी किया जा रहा है।
किसानों ने आरोप लगाया कि किसी का दस लाख तो किसी का 20 लाख की कीमत का जमीन है लेकिन मुआवजा नहीं दिया जा रहा है और जमीन भी ली जा रही है। लेकिन जबतक हम लोगों को मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक काम नहीं होने दिया जाएगा। किसानों ने जिलाधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जबतक शासन से निर्देश नहीं मिलेगा तब तक मुआवजा नहीं दिया जाएगा। जब सरकार के द्वारा मुआवजा निर्धारित कर दिया गया है तो सरकार को बदनाम करने की क्या जरूरत है। किसानों ने कहा कि शासन के बहाने हम लोगों को मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। हम लोगों के जमीन का गजट भी चुका है सभी पत्रावली जमीन से संबंधित जमा भी है लेकिन मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। जबतक हम लोगों को जमीन का मुआवजा नहीं मिलेगा तबतक एनएचआई का काम नहीं होने दिया जएगा और जरूरत पड़ी तो जान भी दे देंगे। किसानों ने कहा कि हम लोगों में किसी के पास 4 विस्वा जमीन है तो किसी के पास 10 विस्वा जमीन है अगर जमीन चली गई और मुआवजा भी नहीं मिला तो हम क्या करेगें।
किसान कामेश्वर चौहान ने बताया कि हम लोग भूमिहीन किसान है पूर्व की सरकार द्वारा कृषि के लिए जमीन पट्टा कराया गया था। जो पट्टा हुआ वो 15 से 20 साल हो गया कुछ किसानों की जमीन संक्रमणीय औऱ कुछ किसानों की असंक्रमणीय है लेकिन जिन किसानों की जमीन उनके नाम से हो गई है उनको भी मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। किसान तहसील का चक्कर काट कर परेशान है एसडीएम और तहसील के कर्मियों द्वारा उलझा के रखा गया है। जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि विजय यादव ने कहा कि भूमि अधिग्रहण मामले में एनएचआई और जिला प्रशासन के मिली भगत से काफी गड़बड़िया की गई है, जिसकी वजह से किसान काफी परेशान हैं।
वहीं मामले में जिलाधिकारी के. बालाजी ने बताया कि ये प्रकरण जिला प्रशासन के संज्ञान में है, फिलहाल मामला लंबित है इसमें एनएचआई और किसानों से मिलकर इसका जरूर हल निकालेगें। किसानों को इसमें जो भी उचित मुआवजा मिलना है उसे शीघ्र ही दिलवाएगें।