गाजीपुर की सदर तहसील के राजस्व ग्राम मोहम्मदपुर पट्टी में मुख्तार अंसारी ने बेटों के नाम पर आलीशान ‘गजल होटल’ बनवा रखा है। प्रशासन का आरोप है कि होटल को बनाने के लिये जमीन की खरीद फरोख्त में अनियमितता बरती गई, नियमों का पालन नहीं किया गया और फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करायी गयी। प्रशासन के दावे पर यकीन करें तो डीएम के निर्देश पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने ‘गजल होटल’ की भौतिक व उसके दस्तावेजों की जांच में कई खामियां पायी हैं। आरोप है कि जमीन को फर्जी तरीके से अनधिकृत तीन लोगों से बैनामा करा लिया गया।
इसमें मुख्तार की पत्नी पत्नी व दोनों बेटों को मुख्य आरोपी व षड़यंत्रकर्ता बताया गया है। उनके अलावा रविन्द्र नाथ शर्मा निवासी मौजा गोड़ी तहसील मुहम्मदाबाद, श्रीकान्त निवासी मौजा ढेड़गावा तहसील ज़मानिया, नन्दलाल निवासी मौजा अरसदपुर थाना जंगीपुर, सय्यद कैसर हुसैन निवासी खुदाईपुर सदर कोतवाली, जफर अब्बास व सैयद सादिक हुसैन निवासी खुदाईपुरा नखास सदर कोतवाली, शिवनाथ सिंह निवासी रसुलपुर गाजीपुर, चन्द्रसेन विश्वकर्मा निवासी कोतवाली गाजीपुर और नैनपुर गाजीपुर निवासी मोतीलाल के खिलाफ धारा 420, 423 ,465, 467, 468, 471, 474, 477ए, 120बी आईपीसी के तहत गाजीपुर कोतवाली में एफआईआर दर्ज करायी गयी है।
बताते चलें कि इसके पहले मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी व दो सालों अनवर शहजाद और शरजील रजा के खिलाफ कुर्क की जा चुकी जमीनों पर कब्जा करने व सरकारी ठेके लेने के लिये फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेने के आरोप में गैंगस्टर लगाया गया। इसके बाद तीनों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया गया है। यही नहीं मुख्तार अंसारी के दोनों बेटों अब्बास व उमर अंसारी के नाम से लखनऊ में बनी इमारतों को जमींदोज करने के बाद दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनपर 25-25 हजार रुपये का ईनाम घोषित कर दिया गया है। पत्नी बेटों और सालों पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
By Alok Tripathi