बीते साल की खामियों से सबक लेते हुए इस बार नकल विहीन परीक्षा कराने के लिये शिक्षा विभाग के साथ-साथ पुलिस समेत कई विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा परीक्षा की वेबकास्टिंग भी की जा रही है। जिले के सभी परीक्ष केन्द्रों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को डीएम कार्यालय में बने मॉनिटरिंग सेल से जोड़कर लाइव निगरनी रखी जा रही है। इस कदर सख्ती देखकर छात्र ही नहीं शिक्षक भी खौफ में हैं। नतीजतन पहली पाली में हाई स्कूल की परीक्षा में ही 10 हजार छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी। दूसरी पाली में इटरमीडिएट की परीक्षा ली जा रही है।
बताते चलें कि यूपी बोर्ड की परीक्षा के लिये जिले में 228 केन्द्र, नौ जोन और 25 सेक्टर बनाए गए हैं। नकलविहीन और शांतिपूर्ण परीक्षा कराने को लेकर 221 केन्द्रों पर दूसरे सकूलों के व्यवस्थापक तैनात किये गए हैं। इनमें से 104 अति संवेदनशील और संवेदनशील केन्द्रों की खास निगरानी की जा रही है। परीक्षा संपन्न कराने के लिये 8 हजार 19 कक्ष निरिक्षकों की ड्यूटी लगायी गयी है। जिले में यूपी बोर्ड हाई के कुल 1 लाख 77 हजार 601 परीक्षार्थी नामांकित हैं। स्कूल में 92 हजार 845, जबकि इंटरमीडिएट में 84 हजार 756 शामिल हैं।
By Alok Tripathi