दरअसल प्रदेश सरकार ने 2016 में 16 हजार 448 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती की थी। उस दौरान इस भर्ती प्रक्रिया में जिले में 386 सीटों पर अभ्यर्थियों की नियुक्ति की गई थी। इसके बाद विभाग ने सभी के शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराना शुरू किया। सत्यापन के दौरान पांच शिक्षकों की सत्यापन के बाद उनका टेट प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया । इन पांच शिक्षकों के फर्जी प्रमाण पत्र मिलने से विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन फर्जी शिक्षकों के खिलाफ नोटिस तैयार की गई और उन्हें भेज कर स्पष्टीकरण मांगा गया था ।
फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे शिक्षा विभाग में नौकरी कर रहे शिक्षक रिकू सिंह प्राथमिक विद्यालय अड़िला ब्लाक मनिहारी, सुषमा देवी प्रथमिक विद्यालय भवरूपुर ब्लाक सादात, अनीता यादव प्राथमिक विद्यालय ओड़राई ब्लाक जखनियां,कुमारी रीना प्राथमिक विद्यालय नसीरपुर डाड़ी ब्लाक मरदह, किरन यादव प्राथमिक विद्यालय जलालाबाद ब्लाक जखनियां को बर्खास्त कर दिया गया और सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। साथ ही वेतन रिकवरी की भी कार्रवाई की जा रही है।
बीएसए श्रवण कुमार ने बताया की 2016 से फर्जी टीईटी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी कर रहे पांच प्राथमिक शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। सभी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। बीएसए ने कहा कि इनसे वेतन की भी रिकवरी की जाएगी।