प्रथम चरण के चुनाव के तहत प्रदेश के २४ जिलों में मतदान होना है। इन जिलों में गाजीपुर भी शामिल है। गाजीपुर में तीन पालिका परिषद है। गाजीपुर, मुहम्मदाबाद व जमानियां नगर पालिका परिषद के प्रत्याशियों का भाग्य २२ नवम्बर को ईवीएम में बंद हो जायेंगे। इसके अतिरिक्त पांच नगर पंचायत सैदपुर, सादात, बहादुरगंज, जंगीपुर व दिलदारनगर है। मतदान की तैयारी के संदर्भ में सीडीओ चन्द्रविजय ने बताया कि मतदान के लिए २६६ केन्द्र बनाये गये हैं। इसमे से २५ मतदान केन्द्र अतिसंवेदनशील है। इन बूथों की निगहबानी के लिए वीडियोग्राफर लगा दिये गये हैं और अति संवेदनशील बूथों की वेबकास्टिंग करायी जायेगी। इसके अतिरिक्त चुनाव की सुचिता बनाये रखने के लिए अन्य बूथों पर भी वीडियोग्राफी करायी जायेगी। मतदान कराने के लिए कर्मचारियों को सुबह सात बजे ही बुला लिया गया था। कर्मचारियों का आरोप है कि उनके खाने-पीने की व्यवस्था तक नहीं की गयी थी। हालांकि सीडीओ का कहना है कि उन्हें ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है।
यह भी पढ़े:-सिगरा पुलिस को मिली सफलता, पांच हजार इनामी समेत दो बदमाश पकड़े गये मुख्तार अंसारी की प्रतिष्ठा भी दांव परगाजीपुर को बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का गढ़ माना जाता है। गाजीपुर में हो रहे चुनाव में मुख्तार अंसारी की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। मुख्तार अंसारी ने अपने खास लोगों को चुनाव लड़ाया है या फिर उन्हें समर्थन दिया है ऐसे में उन प्रत्याशियों को हार मिलती है तो मुख्तार अंसारी के लिए किसी झटके से कम नहीं होगा।
यह भी पढ़े:-सीएम योगी की चुनौती के बाद बैकफुट पर आये अखिलेश व मायावती सीएम योगी आदित्यनाथ की भी है पहली परीक्षायूपी चुनाव में विजय मिलने के बाद बीजेपी ने सीएम योगी को कमान सौंपी गयी है। सीएम योगी सरकार की पहली परीक्षा नगर निगम चुनाव है। नगर निगम चुनाव में केन्द्र के बड़े मंत्री हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं। ऐसे सारे लोग गुजरात में सक्रिय हैं, जबकि यूपी के मंत्री ही नगर निगम चुनाव के लिए बीजेपी का प्रचार कर रहे हैं। अब देखना है कि चुनाव का परिणाम क्या आता है इसी परिणाम पर बीजेपी के कुछ नेताओं को भविष्य टिका हुआ है।
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