यह भी पढ़ें- आखिर क्यों मनोज सिन्हा को देनी पड़ी पत्रकारों को नसीहत, कहा- नकारात्मक नहीं सकारात्मक लिखें नगर के हरिशंकरी, पहड़खान का पोखरा, सकलेनाबाद, कौआबड़ी सहित दर्जनों स्थानों पर रामलीला का मंचन होता है। दशहरा के दिन नगर के लंका मैदान में रावण वध किया जाता है। गाजीपुर का रावण भी खास होता है। इस बार का रावण कुछ और खास है क्योंकि ये 70 फीट ऊंचा होगा। इसके बनाने में दो लाख का खर्च आया है, जिसमें की 80 हजार तो सिर्फ उस कारीगर का मेहनताना है जो कि रावण बना रहा है और ये रावण रिमोट से जलाया जायेगा।
यह भी पढ़ें- अगर आपने अभी तक नहीं बनवाया है शौचालय तो यह खबर आपके लिए इस संबंध में रामलीला कमेटी के महामंत्री ओम प्रकाश तिवारी उर्फ बच्चा तिवारी ने बताया की गाजीपुर में रामलीला मंचन की परंपरा 400 वर्ष पुरानी है। आज इसी परम्परा को निभाते हुए एकादशी के दिन श्रीराम धनुष और मुकुट पूजन के साथ रामलीला का मंचन शुरू हो गया है जो की लगातार 19 दिनों तक चलेगी। वहीं एसडीएम विनय कुमार ने कहा कि आज धनुष पूजन और मुकुट पूजन के साथ रामलीला का आरम्भ हो गया है। रामलीला मंचन में किसी तरह की समस्या नहीं आने दी जायेगी। इसके लिये जिस तरह की जरूरत होगी उसे पूरी की जायेगी।
by Alok Tripathi