जिलाधिकारी ने बताया कि शहीद के शहादत दिवस की तैयारी पूरी कर ली गयी है। गाजीपुर के काफी लोग सेना में काम कर रहे हैं सभी सेना के जवानों के लिए भी ये कार्यक्रम होगा। वहीं परमवीर के पौत्र जमील का कहना है कि हमारा इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि जनपद के जो लड़के सेना की तैयारी कर रहे हैं वो दादाजी को अपना आदर्श मानें और उनका मनोबल बढ़े। जनरल विपिन रावत भी कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं। कार्यक्रम की सबसे खास बात ये है कि इसमें उस जीप को भी प्रदर्शित किया गया है जिसपर आरसीएल गन लगाकर अब्दुल हमीद ने पाकिस्तान के पैंटन टैंकों को ध्वस्त किया था।
भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए थे परमवीर
दुल्लहपुर के धामूपुर के रहने वाले वीर अब्दुल हमीद 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान शहीद हुये थे।10 सितम्बर 1965 को पाकिस्तानी सेना के पैटन टैंक का इस्तेमाल किया जिसे अजेय समझा जाता था पर वीर अब्दुल हमीद ने इस अजेय समझे जाने वाले तीन पैटन टैंक को अपनी आरसीएल गन से ध्वस्त कर दिया और वीरगति को प्राप्त हुये।
दुल्लहपुर के धामूपुर के रहने वाले वीर अब्दुल हमीद 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान शहीद हुये थे।10 सितम्बर 1965 को पाकिस्तानी सेना के पैटन टैंक का इस्तेमाल किया जिसे अजेय समझा जाता था पर वीर अब्दुल हमीद ने इस अजेय समझे जाने वाले तीन पैटन टैंक को अपनी आरसीएल गन से ध्वस्त कर दिया और वीरगति को प्राप्त हुये।
अब्दुल हमीद भारतीय सेना के 4 ग्रेनेडियर में हवलदार के पद पर तैनात थे। एक जुलाई 1933 को गाजीपुर के दुलल्हपुर के धामूपुर गांव में जन्मे अब्दुल हमीद ने 1965 के भारत पाक युद्ध के दौरान खेमकरण सेक्टर में के आसल उत्ताल में लड़े। युद्ध में अद्भुत वीरता का परिचय दिया और वीरगति को प्राप्त हो गए, जिसके लिये मरणोपरांत इन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया।
जीप पर आरसीएल गन लगाकर अचूक निशानेबाजी से ध्वस्त किये थे अमेरिका निर्मित पैंटन टैंक
परमवीर अब्दुल हमीद 1965 की भारत-पाकिस्तान की जंग में अमेरिका निर्मित पैंटन टैंक जिन्हें कि अजेय समझा जाता था। उन टैंकों को गाजीपुर जनपद के धामूपुर गांव के रहने वाले जवान वीर अब्दुल हमीद ने अपने जीप पर लगी सामान्य गन से अपने अचूक निशानेबाजी से ध्वस्त कर दिया और शहीद हो गये। इन्हें मरणोपरान्त सेना के सर्वोच्च पदक परमीर चक्र से सम्मानित किया गया।
परमवीर अब्दुल हमीद 1965 की भारत-पाकिस्तान की जंग में अमेरिका निर्मित पैंटन टैंक जिन्हें कि अजेय समझा जाता था। उन टैंकों को गाजीपुर जनपद के धामूपुर गांव के रहने वाले जवान वीर अब्दुल हमीद ने अपने जीप पर लगी सामान्य गन से अपने अचूक निशानेबाजी से ध्वस्त कर दिया और शहीद हो गये। इन्हें मरणोपरान्त सेना के सर्वोच्च पदक परमीर चक्र से सम्मानित किया गया।
शहादत दिवस को यादगार बनाने में जुटी सेना
10 सितम्बर को प्रतिवर्ष उनके पैतृक गांव धामूपुर स्थित पार्क में शहादत दिवस मनाया जाता है। लेकिन इस वर्ष इस वीर सपूत का 52वां शहादत दिवस है। इस शहादत दिवस पर सेना इसे यादगार बनाना चाहती है। जिसके लिये इस बार के कार्यक्रम में आर्मी चीफ जनरल विपिन रावत अपने मातहतों के साथ स्वयं मौजूद रहेंगे।
10 सितम्बर को प्रतिवर्ष उनके पैतृक गांव धामूपुर स्थित पार्क में शहादत दिवस मनाया जाता है। लेकिन इस वर्ष इस वीर सपूत का 52वां शहादत दिवस है। इस शहादत दिवस पर सेना इसे यादगार बनाना चाहती है। जिसके लिये इस बार के कार्यक्रम में आर्मी चीफ जनरल विपिन रावत अपने मातहतों के साथ स्वयं मौजूद रहेंगे।
शहीद के पौत्र करेंगे गांव में आर्मी स्कूल की मांग
शहीद के पौत्र ने बताया कि इस अवसर पर पैंटन टैंक के डमी क्लास 5 का इनाग्रेशन भी जनरल करेंगे। उन्होंने इस क्षेत्र के युवाओं की बेहतर शिक्षा के लिये आर्मी स्कूल की मांग रखेंगे ताकि यहां के युवा भर्ती में जाने के बाद सब कुछ ठीक ठाक होने के बाद भी परीक्षा और इंटरव्यू से बाहर न हो पायें। उन्होंने ये भी बताया कि इस अवसर पर सेना पैराशूट से जम्पिंग भी करेगी। इस प्रकार यहां के लोगों को इस तरह की चीजें भी देखने को मिलेंगी। जिलाधिकारी ने बताया कि वीआईपी के आने की सूचना मिली है। जिला प्रशासन इसमें पूरा सहयोग करेगा।
शहीद के पौत्र ने बताया कि इस अवसर पर पैंटन टैंक के डमी क्लास 5 का इनाग्रेशन भी जनरल करेंगे। उन्होंने इस क्षेत्र के युवाओं की बेहतर शिक्षा के लिये आर्मी स्कूल की मांग रखेंगे ताकि यहां के युवा भर्ती में जाने के बाद सब कुछ ठीक ठाक होने के बाद भी परीक्षा और इंटरव्यू से बाहर न हो पायें। उन्होंने ये भी बताया कि इस अवसर पर सेना पैराशूट से जम्पिंग भी करेगी। इस प्रकार यहां के लोगों को इस तरह की चीजें भी देखने को मिलेंगी। जिलाधिकारी ने बताया कि वीआईपी के आने की सूचना मिली है। जिला प्रशासन इसमें पूरा सहयोग करेगा।
इनपुट- गाजीपुर संवाददाता की रिपोर्ट