उन्होंने इस मौके पर 22 दिसंबर को मुख्यमंत्री की मौजूदगी में हुए हंगामे का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ लोग न तो विकास चाहते हैं और न ही रोजगार। वह अपनी न तो खुद को बदलना चाहते हैं और न ही दूसरे की परिस्थिति बदलते हुए बेहतर होते हुए देख सकते हैं। कहा कि मंत्रालय के खास अनुरोध पर आयी कंपनियां हंगामे और बवाल के चलते मुझसे जाने के लिये कह रही थीं, पर मैंने अपने प्रयास से सभी को रोका। कहा कि गाजीपुर और आस-पास के युवाओं की बेरोजगारी दूर करने के लिये ही यह आयोजन किया गया है।
उन्होंने बताया कि AD3 ग्लोबल, बंधन बैंक, IDBI बैंक, SBI कार्ड, इंश्योरेंस, TVS मोटर्स, व रिटेल सेक्टर समेत 35 कंपनियों ने युवाओं को उनकी काबिलियत के अनुसार नौकरी दी है। रोजगार मेले के इंचार्ज ने बताया कि एयरटेल, वोल्टास, KFC, राज ऑटो मोबाइल्स समेत कई कंपनियां जो हंगामे के बाद चली गयी थीं फिर वापस आ गयी हैं और अब मेले में कुल 53 कंपनियों मौजूद हैं। सोमवार को सैदपुर और गाजीपुर सदर तहसील के युवाओं का नंबर था। मंगलार को कासिमाबाद, मोहम्मदाबाद और जखनियां तहसील के युवाओं का टर्न होगा। कौशल विकास मंत्रालय की मंशा है कि रोजगार मेले में कक्षा आठ से इंटरमीडिएट पास युवाओं को रोजगार से जोड़ा जाए, मेले में ऐसे युवाओं को पांच हजार रुपये से 18 हजार रुपये तक की नौकरी की व्यवस्था है।
By Alok Tripathi