गाजीपुर

रेल राज्यमंत्री के संसदीय क्षेत्र में लोगों ने दी नोटा दबाने की धमकी, ये है पूरा मामला

10 साल स परेशान स्थानीय लोगों ने इस बार नेताओं को सबक सिखाने की ठान ली है।

गाजीपुरFeb 13, 2019 / 06:24 pm

रफतउद्दीन फरीद

मनोज सिन्हा

गाजीपुर . जगह-जगह गड्ढे और उसमें जमा बजबजाता घरों से निकला पानी, तीन-तीन नेशनल हाइवे को जोड़ने वाली रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के जिले की बेहद खास सड़क की यही पहचान है। 10 साल से ज्यादा समय बीत गए, लेकिन सड़क बनी नहीं। इससे नाराज इलाके के लोगों ने अब जनप्रतिनिधियों को सबक सिखाने की ठान ली है। नाराज स्थानीय निवासियों ने चेतावनी दी है कि अगर सड़क नहीं बनी तो वो आने वाले 2019 लोकसभा के चुनाव में नोटा दबाकर नेताओं को सबक सिखाएंगे।
 

10 साल से अपनेे दिन बहुरने का इंतजार कर रहा है बक्सूूूूपुर मार्ग IMAGE CREDIT:
 

बलिया और बक्सर होते बिहार को जाने वाली नेशनल हाइवे 31, गहमर के रास्ते बिहार और जमानियां व चंदौली होते हुए NH2 में मिलने वाली नेशनल हाइवे 24/97 और वाराणसी से मऊ को जोड़ने वाली एनएच 29 को शॉर्टकट से जोड़ने के लिये पीडब्ल्यूडी ने भी एक सड़क बनायी जिसे आलमपुर बक्सूपुर रोड कहा जाता है। पर इस रोड की बदकिस्मती कि 10 साल से भी ज्यादा समय से ये बनी नहीं। एक दो बार गिट्टी गिरी और उसे कूटकर बराकर तो कर दिया गया, लेकिन पिच नहीं हुई। शॉर्टकट के चलते हैवी लोडेड वाहन इधर से ही गुजरते हैं, जिसके चलते सड़क जर्जर और उसमें बड़े-बड़े गड्ढे बने रहते हैं।
 

इसे बनवाने के लिये इलाके के लोग अपने विधायक ओर सांसद से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन आज तक किसी ने सुना नहीं। नतीजा स्थिति बद से बदतर, सड़क से गुजरना न सिर्फ मुश्किल बल्कि खतरनाक भी क्योंकि बड़े एक्सिडेंट का खतरा बना रहता है। अब इससे नाराज होकर ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में नोटा दबाने की चेतावनी दी है। सड़ अब तक क्यों नहीं बनी इस बाबत स्थानीय जंगीपुर के सपा विधायक विरेन्द्र यादव से बात करने की कोशिश की गयी तो वो उपलब्ध नहीं थे। पीडब्ल्यूडी एक्सईएन का कहना है कि 2018 के मई माह में ही 427 मीटर की इस रोड का एस्टीमेट बनाकर भेजा जा चुका है, जो मुख्यालय में पेंडिंग है। धन मिलते ही निर्माण शुरू करा दिया जाएगा।
By Alok Tripathi
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