पुलिस की मानें तो दिलशाद खान बागपत जेल में हत्या कर दिये गए कुख्यात अपराधी मुन्ना बजरंगी के खजांची कहे जाने वाले मेराज खां उर्फ भाई मेराज का शूटर है। मेराज के खिलाफ भी असलहा लाइसेंस लेने के लिये फर्जीवाड़ा करने के मामले में मुकदमा दर्ज है, जिसके बाद उसने वाराणसी की एक पुलिस चौकीम सरेंडर कर दिया। अभी हाल ही में प्रशासन ने मेराज की सम्पत्ति का भी ध्वस्तीकरण बनारस में किया है।
बताया जाता है कि दिलशाद खान की तलाश पुलिस को थी। वह बिहार में अपने ससुराल के आस-पास रह रहा था। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिये महेंद और उसके ठिकानों पर लगातार तलाश कर रही थी। पकड़े न जाने पर उसपर 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित कर जगह-जगह पोस्टर भी लगाए जाने लगे। इसके बाद खौफ के चलते उसने गैंगस्टर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।
संजय गोंड हत्याकांड में आया था नाम
दिलशाद को भाई मेराज का शूटर भी कहा जाता है। दिलशाद का नाम सबसे पहले 2018 में महेन्द निवासी संजय गोंड की हत्या में आया था। संजय की लाश सोनवानी गांव के सिवान में पायी गयी थी। इस मामले में दिलशाद जेल भी जा चुका है।