गाजीपुर जिले के कासिमाबाद क्षेत्र अंतर्गत सोनबरसा निवासी राजकुमार यादव के बेटे पंकज यादव की शादी करीब डेढ़ साल पहले नंदिनी से हुई थी। उसे एक छह साल का बेटा भी था। इसी दौरान पत्नी नंदिनी का बड़ा ऑपरेशन हुआ था, जिसके बाद वह गई थी। तीन दिन पहले पंकज अपनी पत्नी और बेटे से मिलने धनबाद गया था। घरवालों के मुताबिक लौटने के बाद सोमवार की रात उसने रोज की तरह परिवार के लोगों के भोजन किया और सोने के लिये अपने कमरे में चला गया।
मंगलवार की सुबह पत्नी ने पंकज को फोन किया, लेकिन जब उसने फोन नहीं उठाया तो अपने ससुर को फोन किया, जिसके बाद मां पंकज को जगाने गई। मां ने कमरे का दरवाजा खोला तो अंदर का नजारा दिल दहला देने वाला था। बेटा छत की कुंडी से प्लास्टिक के रस्सी के सहारे लटक रहा था। मां की चीख-पुकार सुनकर परिवार के अन्य सदस्य व आस-पड़ोस के दूसरे लोग भी मौके पर पहुंच गए।
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। मौके पर एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं पंकज अपने होश हवास में लिख रहा हूं कि मैं अपनी जिंदगी में कुछ नहीं कर पाया, ना अपने घर-परिवार के लिए ना अपने बेटा और बीबी के लिए। मैं अपनी बीबी और अपने बेटे से बहुत प्यार करता हूं और अपनी फेमिली से भी और मेरे जाने से सबसे ज्यादा दुखी मेरी बीबी होगी, लेकिन मैं मजबूर हूं। मैं आखिरी बार अपनी बीबी और बेटे को देखने गया था, अब कोई दुख नहीं है। इसमें किसी का कोई दोष नहीं है। नंदिनी आई लव यू और मुझे मांफ कर देना मैं अपने परिवार से मांफी मांग रहा हूं।