कार्यक्रम का शुभारंभ जनपद के वीर योद्धा परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद एवं अन्य योद्धाओं के चित्र पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। पेंशन अदालत में देश के विभिन्न राज्यों से पूर्व सैनिक आए हुए है। जहां पर 1965, 1971 की लड़ाई में शामिल वार विडो महिलाओं और बुजुर्ग सैनिकों को रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक द्वारा सम्मानित भी किया गया। इस दौरान मीडिया से बातचीत में प्रधान नियंत्रक राजीव रंजन ने बताया की पूर्व सैनिक या सैनिक परिवार को पेंसन से संबंधित सभी विसंगतियो को उसका निस्तारण इस कार्यशाला में किया जाएगा।
इसके अलावा पेंसन पेमेंट आर्डर (ईपीपीयू ) भी किया जाएगा। पूर्व सैनिक यहा आकर दो दिवसीय इस कार्यशाला में किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान करा सकते है। इस दौरान उन्होंने बताया कि गाजीपुर और आस पास के जिले के तकरीबन 30 हजार पेंशनर है और हर दिन कोई न कोई परेशान रहता है। कुछ लोग हमसे मिलते थे तो उनका समाधान हो जाता था। लेकिन जिनसे नहीं मिल पाते थे तो वो परेशान रहते थे। इस लिए हम उनके गांव में पहुंच कर पेंशन अदालत का आयोजन कर रहे है।