कैसे करते थे लूट
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ये गिरोह खास तौर पर गांव मे जाकर किसानों के घर से ट्रैक्टर चोरी करने का काम करता था। उन्होने बताया कि पहले ये पूरी तरह से रेकी करते थे कि कहां से ट्रैक्टर उठाना इनके लिए मुफीद होगा। उसके बाद ट्रैक्टर की दूसरी चाभी बनवाने का काम करते थे। फिर वारदात को अंजाम देने का काम करते थे। कई बार मालिक के जग जाने पर ये वहां से भाग निकलने थे। कई बार इस वारदात में इनके हाथ सफलता लग जाती थी।
इस आधार पर चोरों तक पहुंची पुलिस इस गिरोह ने इस तरह की एक वारदात को अंजाम दिया था 23 मई को। कासिमाबाद इलाके के रहने वाले एक किसान परिवार का ट्रैक्टर भी इन्होने चुरा लिया था। जिस समय ये लोग ट्रैक्टर लेकर वहां से गये घर पर कोई मुखिया मौजूद नहीं था। लेकिन सीसीटीवी कैमरे में सारी वारदात कैद हो गई। किसान ने इसकी शिकायत पुलिस से किया तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया। सीसीटीवी में दिखे युवक की पड़ताल की गई तो ये सैदपुर इलाके का मृतुन्जय निकाला। जिसके आधार पर पुलिस अधीक्षक ने एक टीम गठित कर इनकी गतिविधियों पर निगरानी बढा दी।
रविवार को थाने की पुलिस ने आरोपी के घर छापा मार दिया। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने गिरोह और चोरी के सारे सामान के डिटेस्ल बता दी। जिसके आधार पर पुलिस ने बताय़े गये स्थानों से चोरी के सामान बरामद किये। साथ ही छह लुटेरों को भी पकड़कर जेल भेज दिया गया।