इसे भी पढ़ें गोरखपुर अस्पताल हादसा: मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य व उनकी पत्नी गिरफ्तार, डॉ. कफील के लिये छापेमारी बताया गया है कि मंगलार की सुबह राजेश को दूसरे कैदियों के साथ पेशी के लिये कोर्ट लाया गया। उसकी पेशी गैंगस्टर कोर्ट में थी। न्यायालय में पेशी के बाद के बाद उसे कोर्ट परिसर के ही बने हवालात में रखा गया था। सिपाही कैदियों को जेल ले जाने के लिये उस हवालात से कैदियों को एक-एक कर निकाल रहे थे। इसी बीच मौका देख कर वह फरार हो गया।
इसे भी पढ़ें गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में फिर 72 घंटों में 61 और बच्चों की मौतें राजेश नंदगंज थाने के अलीपुर बनगांवा का रहने वाला है। उसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास जैसे संगीन मामलों में अकेले नंदगंज में ही छह मुकदमे दर्ज हैं। उसमें आखिरी मामला साल 2008 में गैंगस्टर का है। इसके अलावा वाराणसी, बस्ती और झारखंड प्रदेश में भी उसपर ऐसे ही मामले दर्ज हैं। गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा ने बताया कि गैंगस्टर एक्ट के आरोपी राजेश दुबे के कोर्ट परिसर से भाग जाने की जांच करायी जा रही है कि आखिर किसकी लापरवाही से ऐसा हुआ और वह भाग गया। उन्होंने कहा कि इस बात की भी जांच होगी कि इसमें कौन-कौन शामिल हैं उसके साथी कौन-कौन हैं। मामले में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
by ALOK TRIPATHI