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UP भाजपा के सहयोगी दल के विधायक का दर्द, बार-बार कहने पर भी नहीं बनायी जा रही घर तक जाने के लिये सड़क

locationगाजीपुरPublished: Jul 29, 2018 11:54:06 am

कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर की पार्टी के विधायक ने भाजपा सरकार पर किया हमला, कहा हर काउंटर पर चलता हे चढ़ावा।

MLA Triveni Ram

विधायक त्रिवेणी राम

गाजीपुर. अपनी सरकार होने के बावजूद लाख कहने के बावजूद बेटे की शादी के वक्त भी जब सड़क नहीं बनी तो योगी सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर अपने बेटों के साथ फावड़ा लेकर उतरे और खुद मेहमानों के आने-जाने के लिये सड़क बना डाली। उन्होंने आरोप लगाया था कि पत्र लिखने के बावजूद उनके आवास को जाने वाली सड़क नहीं बनी। अब राजभर की पार्टी के ही एक विधायक ने भी आरोप लगाया है कि सरकार में शामिल होने के बावजूद उनके घर को जाने वाली सड़क नहीं बनवायी जा रही है। इसके लिये वह विभागों के कई बार चक्कर भी लगा चुके फिर भी अधिकारी नहीं सुन रहे। याद रहे कि आरोप लगाने वाले विधायक त्रिवेणी राम गाजीपुर जिले से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के जखनिया विधानसभा से विधायक हैं। उनकी पार्टी सुभासपा यूपी में बीजेपी की सहयोगी है और राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।
 

जखनिया विधायक त्रिवेणी राम ने अपनी ही सरकार पर हमला किया है। उन्होंने दावा किया है कि पिछली सपा सरकार में जो लूट-खसोट और भ्रष्टाचार था वह वर्तमान भाजपा सरकार में भी खत्म नहीं हुआ है। बगैर चढ़ावे के अधिकारी फाइलों को आगे नहीं भेजते। सपा सरकार में जो सिस्टम था वह अब भी बदस्तूर जारी है। कहा कि मेरे आवास को जाने वाला रास्ता गड्ढों से भरा पड़ा है। उसे बनवाने के लिये अधिकारियों से 10 बार मिल चुका हूं, पर आज तक कुछ नहीं हुआ।

कहा कि 15 जून 2018 तक सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने का दावा किया गया था। पर तारीख बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस है। बताया कि अपने क्षेत्र की 150 सड़कों में से करीब सभी को बनवाने का प्रस्ताव भेज चुके हैं। पर कोई सुनने वाला नहीं। सरकार कहती है कि धन का अभाव है, क्योंकि 36 हजार करोड़ रुपये ऋण मोचन योजना में बांट दिये गए हैं। अपनी ही सरकार में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि विभाग में सभी काउंटर और टेबल पर चढ़ावा चढ़ाने के बाद ही काम मिलता है। पर काम लाने के बाद यहां ई टेंडरिंग कर काम किसी और को मिल जाता है। ऐसे में ठेकेदार भी काम लाने से डरने लगे हैं।

अपने इलाके के एक पुल के बारे में बताया कि एक ठेकेदार शासन में चढ़ावा चढ़ाकर 5.90 करोड़ के पुल का काम लाया। पर यहां ई टेंडरिंग में वह किसी ओर को दे दिया गया। कहा कि यदि विभाग में चढ़ावा सिस्टम बंद हो जाए तभी ई टेंडरिंग का लाभ मिल पाएगा। उन्होंने विभाग के एक्सईएन को भी इस खेल में शामिल बताया।
By Alok Tripathi
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