बतादें कि गांव में जो शौचालय बनाये गये हैं वह मानक के अनुसार नहीं बने। वह ऐसे हैं जिनका उपयोग नहीं किया जा सकता । जनपद के बौरी ग्राम में शौचालय निर्माण के नाम पर 25 लाख का गबन दिया गया है। मामला का खुलासा होने पर सचिव व ग्राम प्रधान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिलाधिकारी का कहना है कि जांच में बौरी गांव में कमियां पाई गईं हैं और शौचालय निर्माण स्वच्छ भारत अभियान का हिस्सा है इसलिये इसमें जहां कहीं भी कमी पाई जाएगी वहां सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जांच में गबन की पुष्टि हो जाने पर जिलाधिकारी के निर्देश पर ग्राम प्रधान चंद्रावती देवी और ग्राम सचिव रमेश राम के खिलाफ थाना नोनहरा में मुकदमा दर्ज कराया गया। बौरी गांव के हालात भ्रष्टाचार की गवाही कर रहे थे। तमाम ग्रामीणों का कहना था कि शौचालय निर्माण में घोटाला किया गया है। सभी गबन के बाद बनाए गए शौचालय में तो गड्ढे तक नहीं पाये गये। वहीं निर्माण में मानक की जमकर धज्जी उड़ाई जा रही है। ग्रामीणों से निर्माण के नाम पर मजदूरी भी कराई जा रही है। नहीं करने वालो को शौचालय नहीं बनाए जाने की धमकी दी जा रही है। अब तक 1142 शौचालय के सापेक्ष करीब 200 शौचालयों का निर्माण हो चुका है। अन्य का निर्माण जोरो शोर पर किया जा रहा है। ग्राम प्रधान पीटीआई के अनुसार किसी भी तरह की अनियमितता नहीं किया गया है बल्कि राजनैतिक प्रतिद्वंद्वियता के चलते परेशान किया जा रहा है।