गाजीपुर पहुंचे मनोज सिन्हा ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जनरल मैनेजर ईसीआर मौके पर पहुंच चुके हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन की टीम तेजी से काम कर रही है। हमारी पहली प्राथमिकता है घायलों का समुचित इलाज, जिसका पूरा खर्च रेलवे उठाएगा और दूसरे जो लोग दिल्ली जा रहे थे उन्हें किसी तरह से वहां पहुंचाया जा सके। ट्रेन एक्सिडेंट को उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि मौत का कोई मुआवजा नहीं होता, लेकिन चूंकि सरकार में चलन है सो रेलमंत्री ने उसकी घोषणा कर दी है। कारणों का जांच होने के बाद इस संबंध में और विस्तार से बताया जाएगा। बता दें कि सीमांचल एक्सप्रेस दुर्घटना में मरने वालों को पांच-पांच लाख और गंभीर रूप से घायलों को एक-एक लाख रुपये व जिन्हें मामूली चोटें आयी हैं उन्हें 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता का ऐलान किया गया है।
By Alok Tripathi