इस दौरान सपा एमएलसी रामवृक्ष यादव, सपा जिलाध्यक्ष रामधारी यादव, युवा सपा नेता बजरंगी यादव समेत तमाम सपा नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।जहां पर सैकड़ों समाजवादी कार्यकर्ता व ग्रामीण इकट्ठा हुए थे और सोशल डिस्टेंसिंग की लगातार धज्जियां उड़ाई जा रही थी। जिसको लेकर एमएलसी ने बार-बार लोगों से वीडियो ना बनाने की बात भी करते नजर आए।
कोविड-19 महामारी को देखते हुए देश में लॉकडाउन के दौरान पिछले दिनों मजदूर अन्य प्रदेश के महानगरों को छोड़कर अपने गांव की तरफ लौट रहे थे। जिसको लेकर मौजूदा समय में राजनीति गरमाई हुई थी। एक ओर जहां उत्तर प्रदेश सरकार पर प्रवासी मजदूरों को उत्तर प्रदेश में वापसी करा कर दूर की राजनीति करने का आरोप लग रहा था तो वहीं इसका जवाब कांग्रेस के द्वारा पिछले दिनों प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक छोड़ने के लिए 1000 बसों को लेकर राजनीति शुरू की थी, लेकिन अब समाजवादी पार्टी पर प्रवासी मजदूरों को लेकर सहायता के नाम पर राजनीत का आरोप लग रहा है।
समाजवादी पार्टी की तरफ से दी जा रही एक लाख की मदद
समाजवादी पार्टी द्वारा मुंबई व अन्य प्रदेशों से अपने घर लौट रहे प्रवासी मजदूर रास्ते में दुर्घटना के कारण मौत हो गई हो। ऐसे मजदूरों के परिवार को समाजवादी पार्टी की तरफ से एक लाख रुपए का सहायता राशि दिया जा रहा है। जिस के क्रम में आज समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य रामवृक्ष यादव के साथ सैकड़ों समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता बहरियाबाद इलाके के रानीपुर ग्रामसभा के रहने वाले लाल चंद प्रजापति की मौत मुंबई से आते समय आजमगढ़ जिले के लालगंज के पास हो गई थी । जिसको लेकर परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर भी आरोप लगाया कि तबीयत बिगड़ने पर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा उन्हें उचित इलाज नहीं दिया गया। जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। इस परिवार की मुखिया विमला देवी को समाजवादी पार्टी के द्वारा ₹100000 का चेक देकर पीड़ित परिवार के आंसू पहुंचने का काम किया गया है।
इस दौरान कोविड-19 महामारी के चलते सोशल डिस्टेंस की जो बात कही जा रही है। वह समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं के द्वारा कही भी जा रही है। जो तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है। यहां तक कि एमएलसी रामवृक्ष यादव के द्वारा बार-बार इस कार्यक्रम का वीडियो नहीं बनाने की बात भी कही जा रही थी। कार्यक्रम के प्रभारी पंधारी यादव ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार के द्वारा प्रवासी मजदूरों के के साथ भेदभाव किया जा रहा है और इन लोगों के लिए सरकार ने कोई व्यवस्था नहीं की, जिसकी वजह से यह लोग भूख की वजह से दम तोड़ रहे हैं।