बता दें कि आज़मगढ़ के कारगिल शहीद रामसमुझ यादव के शहादत दिवस पर पूर्वाचल के शहीदों की पत्नियो व परिवार का सम्मान सपा के लोग पार्टी के बैनर तले कराया गया था जिसमें मुख्यअतिथि के रूप में पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सबको सम्मानित भी किया था जिसमे परमवीर चक्र अब्दुल हमीद की बेवा रसूलन बीबी गई ही नहीं थी और वहां आयोजकों ने उनके नाम पर किसी और को सम्मानित कर रसूलन बीबी का नाम भी खूब लिया। जबकि रसूलन बीबी ने इस बात पर बाद में जब आपत्ति जताई कि मैं तो वहाँ गयी भी नही थी फिर मेरा फर्जी सम्मान क्यों।
वहीं मामले पर शहीद के पोते जमील ने कहा था कि हमे न्योता भी नही मिला था फिर वह हम कैसे जाते और फिर बाद में ये समाचार दिखाए जाने के बाद सूत्र बताते हैं कि अखिलेश यादव ने आयोजको पर नाराजगी जताई। जिसपर रविवार को आजमगढ़ के जिलाध्यक्ष हवलदार यादव पूर्व सांसद नन्दकिशोर यादव प्रमोद यादव व अन्य सपा नेताओं ने रसूलन बीबी से क्षमा मांगते हुए आयोजको से हुई बड़ी भूल की निंदा की और शहीद की पत्नी रसूलन बीबी को शाल और मोमेंटो देकर समान्नित किये साथ ही शहीद के पौत्र जमील आलम और सलीम आलम को भी मोमेंटो देकर सम्मानित किये।