जी हां महीने पर सो अध्यक्ष पद का जो उम्मीदवार चुनाव जीतने के लिए लगातार धरना प्रदर्शन मारपीट और धनबल बाहुबल का सहारा ले रहा था जो अपनी जीत पक्की मानकर हमेशा जोश में अपने आप को विजेता कहकर चलता था उसके हार की खबर ने जिले की छात्र राजनीति में एक नया मोड़ दे दिया। बतादें कि आकाश राय भारतीय जनता पार्टी के नगर अध्यक्ष राशविहारी राय के पुत्र है के नामांकन से पूर्व विद्यार्थी परिषद से किसी अन्य का नाम था। लेकिन सत्ता का दबाव देकर नगर अध्यक्ष ने अपने बेटे को प्रत्याशी घोषित कराया शुक्रवार को चुनाव परिणाम आया तो ये साबित हो गया कि वोट के लिए न सत्ता का जोर चलता है न पेसे की पावर। आखिरकार विपिन यादव ने अध्यक्ष पद पर चुनाव जीतकर यहां इतिहास रतच दिया।
किसे कितने मत मिले विजयी उम्मीदवार विपिन यादव को 719 मत, प्रतिद्वंदी दिनेश राय को 661 मत मिले और ABVP के आकाश राय को 546 मत पार ही संतोष करना पड़ा। इस तरह से प्रतिद्वंदी दिनेश राय को विपिन यादव ने 58 वोटों के अंतर से हराया
हार की जानकारी के बाद मचा बवाल आकाश राय को चुनाव हार की जानकारी मिलने पर ABVP के छात्रनेताओं ने कॉलेज के पास बवाल किया और रिकाउंटिंग की मांग करने लगे। जिसपर कालेज प्रशासन द्वारा अध्यक्ष पद के प्रत्याशी की चुनाव को लेकर दोबारा गिनती कराई गई। दोबारा काउंटिंग के बाद कालेज प्रशासन द्वारा अध्यक्ष पद के लिए विपिन यादव की घोषणा कर दी। उसके बाद काउंटिंग स्थल पर ही छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया । जिसके बाद पुलिस अधीक्षक, एडीएम ने मोर्चा संभाला और छात्रों के तितर -वितर कर आकाश राय सहित 7 छात्र नेताओं को गिरफ्तार कर कोतवाली लायी। कोतवाली लाने के बाद इनके समर्थक कोतवाली तक पहुंच गए और इन छात्र नेताओं को छुड़ाने के लिए कोतवाली में पत्थरबाजी करने लगे और कुछ छात्र कोतवाली के बाहर बाजार में भी ईंट पत्थर चलाने लगे। जिसके बाद लोगों में भय व्याप्त हो गया और अपनी दुकान धड़ाधड़ बंद करने लगे। पुलिस इन सबको अपने लाठियों के दम पर कोतवाली परिसर से दूर खदेड़ा वहीं इस दौरान कुछ पुलिसकर्मीयों को हल्की चोटें भी आईं। मामला नियंत्रण में आने के बाद पुलिस कर्मियों ने इन छात्रनेताओँ की बाईक को कस्टडी में लिया। जिसमें एक वाहन पर हिन्दूयुवा वाहिनी भी लिखा है। जिससे साफ है कि छात्रों द्वारा हंगामा करने वालों में वे लोग भी शामिल रहे होगें। इस मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण चंद्र प्रकाश शुक्ला ने बताया कि मामला नियंत्रण में है। पकड़े गए लोगों की जांच की जा रही है और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी वहीं उन्होंने पकड़े गए छात्रों को विद्यार्थी परिषद से संबंद्ध होने की बात को नहीं स्वीकार किया पर इस मामले में पुलिस पूरी तरह से सत्ता के दबाव में नजर आयी और बवाल करने वालों पर सख्त कार्यवाही करती नहीं नजर आयी।