कभी बसपा में रहकर दलितों की राजनीति करने वाले बीजेपी नेता और कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि डॉ. भीम राव अंबेडकर का सही नाम डॉ. भीम राव रामजी अंबेडकर ही है। संविधान बनने के बाद संविधान समिति में उन्होंने जो अपने मौलिक दस्तखत किये थे वह यही था। उसी नाम को सरकारी दस्तावेज में शामिल किया गया है।
स्वामी प्रसाद ने कहा समाजवादी पार्टी और बसपा के गठबंधन पर भी अपनी भड़ास निकाली। सपा-बसपा के गठबंधन को नापाक बताते हए कहा कि यह ज्यादा दिन तक नहीं चल पाएगा। दोनों का गठबंधन जनहित के मुद्दों पर नहीं बल्कि अपना वजूद बचाने की मजबूरी में किया गया है और यह ज्यादा दिन तक नहीं चल पाएगा।
कानून व्यवस्था को लेकर हए सवाल के जवाब में कहा कि हमारी सरकार में बिगड़ी कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश की गयी है। पिछली सरकारों में महिलाएं बाजार, स्कूल-कॉलेज जाने में डरती थीं। छेड़खानी आम बात थी, इस सरकार ने आते ही एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन कर इस पर रोक लगाया। जिन अपराधियों पर पिछली सरकारों में पुलिस हाथ डालने से भी कतराती थी ऐसों पर अब 24 घंटे में कार्रवाई होती है। तब बहन बेटियों को सरेराह उठा लिया जाता था, सामूहिक बलात्कार औश्र हत्या कर पेड़ पर लटका दिया जाता था। आज हमारी सरकार में अपराधियों में खौफ है।
by Alok Tripathi