इन लोगों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वे सभी पुणे में थे। कोरोना का कहर बढ़ने के बाद जब लॉकडाउन किया गया तो फैक्ट्रियां व अन्य धंधे बंद कर दिए गए। ऐसे में उन्हें वहां से बेदखल कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने दोबारा गांव आने की सोची। वहां से किसी प्रकार की सुविधा नहीं मिलने के बाद कंटेनर मालिक से संपर्क किया तो वह उन्हें कोडरमा-गिरिडीह पहुंचाने के लिए राजी हो गया। किसी तरीके से ये लोग बचते बचाते यहां तक पहुंचे थे। पुलिस ने तत्काल उन लोगों को स्वास्थ्य जांच के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। जांच के बाद उन्हें भोजन कराया गया और फिर जिला कल्याण पदाधिकारी के द्वारा वाहन की व्यवस्था कर उन्हें उनके गंतव्य तक भेजा जा गया।