scriptभाजपा विधायक को लेकर दो दिग्गजों में मचा सियासी घमासान | bjp mp latter war gonda news | Patrika News

भाजपा विधायक को लेकर दो दिग्गजों में मचा सियासी घमासान

locationगोंडाPublished: Dec 29, 2021 07:55:20 pm

Submitted by:

Mahendra Tiwari

गोंडा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा के एक विधायक को लेकर दो दिग्गजों के बीच घमासान मच गया है। सोशल मीडिया पर दोनों दिग्गजों के पत्र वायरल होने के बाद चुनावी राजनीति गरमा गई है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर चर्चाओं का बाजार गर्म है।

mp_gonda.jpeg

mp gonda


जिले के गोंडा लोकसभा सीट भाजपा सांसद कीर्तिवर्धन सिंह के पिता कुमार आनंद सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर गौरा से विधायक प्रभात वर्मा टिकट न दिए जाने की फरियाद लगाई है।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजे गए पत्र में गंभीर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि यदि गौरा विधायक प्रभात वर्मा का टिकट ना काटा गया। तो राजनैतिक सन्यास के बावजूद वह स्वयं चुनाव लड़ने के लिए मजबूर होंगे। इस मार्मिक पत्र में लिखा गया है कि प्रिय नड्डा साहब या पत्र में बहुत ही गंभीर पीड़ा के साथ लिख रहा हूं। भारतीय जनता पार्टी देश की सत्ताधारी पार्टी होने के साथ-साथ प्रदेश में सत्तासीन है। उन्होंने आरोप लगाते हुए पत्र में लिखा है कि गौरा विधायक प्रभात वर्मा के एजेंट क्षेत्र के गांव में लूटपाट उत्पीड़न शारीरिक हमला शोषण की शिकायतें गौरा के क्षेत्र के विभिन्न गांव के लोग उनसे करते चले आ रहे हैं। उन्होंने कहां की विधायक के इशारे पर स्थानीय पुलिस क्षेत्र के लोगों कि फर्जी मुकदमे में फंसा रही है। जब क्षेत्र के लोगों की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए हमने विभिन्न गांव का दौरा किया। तो शिकायतें सच पाई गई। यह बात मुझे अस्वीकार्य यह बहुत ही दुखद स्थित है। ऐसी स्थिति में उन्हें पार्टी के गौरा टिकट से वंचित से वंचित करते हुए अधिक मानवीय निष्पक्ष उम्मीदवार का चयन किया जाए। कहा कि 60 साल के पूरे राजनीतिक कैरियर में गौरा व छपिया क्षेत्र के लोगों हमेशा उन्हें वोट किया है। सुख दुख में उनके साथ खड़े रहे हैं। कहा कि, अगर वर्तमान विधायक को फिर से पार्टी ने उम्मीदवार के रूप में नामित किया। तो मेरे पास राजनीतिक सेवानिवृत्ति से बाहर आने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। गौरा निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से ईमानदारी से मिले दशकों के प्यार व समर्थन के बदले में मैं इतना काम कर सकता हूं।
सन 1964 से राजनीति में सक्रिय हुए कुंवर आनंद सिंह कांग्रेस पार्टी से चार बार गोंडा लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इसके साथ ही दो बार उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार आनंद सिंह ने वर्ष 2012 में कांग्रेस पार्टी से अलविदा कर साइकिल पर सवार हो गए तथा चुनाव जीतकर सपा सरकार में कृषि मंत्री बने। लेकिन 2 साल बाद संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में इनके पुत्र कीर्तिवर्धन सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया। चुनाव जीतकर कीर्तिवर्धन सिंह सांसद बने, हालांकि इस चुनाव में इनके पिता ने इनका चुनाव प्रचार नहीं किया। इसके बावजूद समाजवादी पार्टी ने इन्हें कृषि मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया। वैसे सच देखा जाए तो राजघराने का मनिकापुर व गौरा विधानसभा सीट पर हमेशा वर्चस्व कायम रहा है। बिना राजघराने के आशीर्वाद के किसी भी प्रत्याशी की नैया पार नहीं हुई। पचासी बसंत देख चुके आनंद सिंह ने राजनैतिक रूप से संन्यास ले लिया था।

आनंद सिंह के पत्र पर बृजभूषण का पलटवार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लिखा पत्र

कैसरगंज सांसद बृजभूषण सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखकर इसे पूर्व मंत्री द्वारा सपा को लाभ पहुंचाने के लिए रचा गया स्वांग बताया है। उन्होंने लिखा है एक ही डायनिंग टेबल पर नाश्ता करने वाले पुत्र जहां भाजपा से सांसद तो वही पिता सपा का पालनहार है। उन्होंने अध्यक्ष जेपी नड्डा से अपील करते हुए लिखा है कि आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान जनपद की राजनीति किसी राजघराने में न कैद हो इसलिए प्रत्याशियों के चयन में पैनी नजर रखने की जरूरत है। पूर्व मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपने सासद व मंत्री रहने के दौरान जमकर भ्रष्टाचार किया व संघ एवम बीजेपी के कार्यकर्ता इनकी प्रताड़ना से तंग आ चुके थे। सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने लिखा कि पूर्व मंत्री की अराजकता से परेशान जनता ने वर्ष 1991 के लोकसभा चुनाव में मुझ जैसे साधारण कार्यकर्ता को जिताया तब जाकर कार्यकर्ताओं को प्रताड़ना से निजात मिल सकी। अब दोनों पत्र वायरल होने के बाद जिले में सियासी राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो