गांव के दो मजरे बैसनपुरवा व कलहंसन पुरवा के ग्रामीणों में चीखपुकार मच गई। जब तक ग्रामीण कुछ समझ पाते तब तक बदमाशों ने कलहंसन पुरवा में महेन्द्र प्रताप सिंह, कृष्ण कुमार सिंह व सुरेश सिंह के घरों को निशाना बनाते हुए कपड़े, जेवर, मोबाइल फोन व रुपयों पर हाथ साफ कर डाला। इसके बाद पड़ोस के मजरे वैसनपुरवा में संजय सिंह के यहां धावा बोल दिया। यहां से बदमाशों ने अटैची व अन्य सामान ले जाने लगे। संजय सिंह घर में नहीं थे। उनकी पत्नी व बच्चों ने बदमाशों का विरोध किया। बड़ी बेटी शालिनी ने एक बदमाश को दबोच लिया। जिस पर अन्य बदमाशों ने अपने साथी को छुड़ाने के लिए शालिनी को भी करीब 100 मीटर तक घसीटते रहे। बाद में उसके दूसरे साथी ने बम फेंक कर अपने साथी को छुड़ा लिया और फरार हो गए।
पुलिस ने करवाया इलाज
अंत में बदमाशों ने शालिनी पर हथगोलों से हमला कर दिया। जिससे शालिनी बुरी तरह घायल हो गई है और बदमाश उसकी पकड़ से छूट गया। ग्रामीणों ने रात में ही पुलिस को घटना की सूचना दी जिस पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने औपचारिकता निभा कर वापस चले गए। बदमाशों के बम से घायल शालिनी को सीएचसी लाया गया। जहां पुलिस ने इलाज करवाया। सुबह 9 बजे कोतवाल राजेश कुमार सिंह घटना स्थल पर पहुंचे। बदमाशों से लड़ने वाली बहादुर बेटी शालिनी सिंह गोंडा एलबीएस कॉलेज में बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा है। शालिनी के हिम्मत की आस-पास के गावों में जबरदस्त चर्चा है।
शालिनी नहीं हारी हिम्मत
इस मामले में शालिनी का कहना है कि जब उसने चोरी करने के इरादे से आए बदमाशों को देखा तो बदमाशों ने पहले उसे डराया और असलहा दिखा कर जान से मार देने की धमकी भी दी मगर वह शालिनी उन लोगों से बिल्कुल भी नहीं डरी और अपनी हिम्मत दिखाते हुए मौके पर ही बदमाशों से भिड़ गई। भिड़ने के दौरान बदमाशों ने उस पर कई अटैक किए लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी। वह बदमाशों का जमकर मुकाबला करती रही।