script

प्रकृति व बेजुबान से प्यार का ऐसा जुनून, की छोड़ दी Engineering की नौकरी

locationगोंडाPublished: Jan 15, 2022 05:34:02 pm

Submitted by:

Mahendra Tiwari

गोंडा बचपन से ही प्रकृति व बेजुबान से प्यार का ऐसा जुनून की इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ पर्यावरण व पशु पक्षियों के लिए मन में कुछ करने का संकल्प के साथ अभिषेक द्विवेदी ने नेचर क्लब के माध्यम से लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक कर क्लब के सैकड़ों सदस्य बनाए । उसके बाद अपने मुहिम को रफ्तार दी ।

start_a_nature_club.jpeg

जनपद के करनैलगंज तहसील के परसा महेसी गांव में जन्मे अभिषेक द्विवेदी बताते हैं की बचपन से ही मेरा मन प्रकृति के बहुत ही करीब रहा है। स्कूल के दिनों में जब मैं कक्षा 7 में था तभी से birds की गणना करना, पौधों की पहचान करना, पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर अधिकाधिक जानने का प्रयास किया करता था । उसी समय Nature Club बनाने की योजना का विचार आया था।

लखनऊ पॉलिटेक्निक में शिक्षा ग्रहण करने के दौरान किया Nature Club का गठन

वर्ष 2008 में हाईस्कूल की परीक्षा पास करके लखनऊ पालीटेक्निक में प्रवेश लिया । तब वहां मित्रों के साथ मिलकर हमने नेचर क्लब का गठन किया । फिर सदस्यों के साथ बैठकें, सेमिनार कर उन्हें जागरूक करने के साथ-साथ पौधरोपण का कार्य शुरू किया गया।

वर्तमान में प्रदेश के 3 जनपदों में चला रहे मुहिम
वर्तमान समय में प्रदेश के 3 जनपद गोंडा, अयोध्या, लखनऊ में Nature Club के सैकड़ों सदस्य Environment को हरा-भरा बनाने पशु पक्षियों को उनके अधिकार दिलाने के लिए अपनी मुहिम को रफ्तार दे रहे हैं । क्लब के संस्थापक अभिषेक का कहना है । आज से 25 बरस पहले गांव व शहरों के आसपास तमाम झाड़ियां हुआ करती थी । जिसमें तमाम तरह के पक्षियों अपना आशियाना बना कर कलरव किया करते थे । अब हमें उनकी ध्वनि नहीं सुनाई देती है । लोगों ने उनके अधिकार का हनन किया । उनके अधिकार को वापस दिलाने की दिशा में संगठन के सदस्य सक्रिय रुप से अपनी महती भूमिका निभा रहे हैं ।
वर्ष 2010 से अपने मूल जनपद में योजना को किया शुरुआत

श्री द्विवेदी बताते हैं वर्ष 2010 में जब वह गर्मी की छुट्टियों में अपने घर आए । तो उन्होंने अपने जनपद में सपनों को साकार करने के लिए । शिक्षा के दौरान जिले भर के विभिन्न गांव कस्बों में रह रहे अपने साथियों की सूची बनाई उनके घर जाकर अपने उद्देश्य को विस्तार से समझाया । सभी को क्लब का सदस्य बनाने के बाद अपने अपने गांव के स्कूल कॉलेजों सार्वजनिक स्थलों पर पौधरोपण करने के साथ साथ गांव के लोगों को अभियान के प्रति जागरूक करने का संकल्प दिलाया ।
पशु पक्षियों के सहारा बन रहे क्लब के सदस्य

क्लब के सदस्यों द्वारा पशु पक्षियों के अधिकार को उन्हें वापस करने के लिए गांव में ग्रामीणों से संवाद स्थापित कर उन्हें अपने घरों की छत के ऊपर मिट्टी के बर्तनों में पानी रखने, घायल पशु पक्षियों की सूचना क्लब के सदस्यों को देने के साथ-साथ अधिक से अधिक पौध लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है । ग्रामीणों द्वारा सूचना मिलने के बाद क्लब के सदस्य वहां पहुंचकर घायल पशु पक्षियों का इलाज कराने के साथ-साथ उनके पुनर्वास की व्यवस्था कराते हैं ।
नदियों की अविरलता बनी रहे इसके लिए जागरूकता के साथ-साथ चलाते सफाई अभियान

जनपद से बहने वाली जीवनदायिनी पवित्र सरयू नदी अविरलता बनाए रखने के लिए सदस्यों द्वारा समय-समय पर सफाई अभियान चलाया जाता है । मेले व पर्व के अवसर पर घाटों की सफाई करने में क्लब के सदस्य अपनी महती भूमिका निभाते हैं ।

इनकी दिनचर्या में है पर्यावरण की चिंता

नेचर क्लब के प्रमुख सक्रिय सदस्यों द्वारा प्रतिदिन पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए कुछ ना कुछ नए कार्य किए जाते हैं । इनमें रुषी दुबे, आदर्श श्रीवास्तव, अजय वर्मा, मोहित महंत, भास्कर दीक्षित, डॉ आशीष गुप्ता, यामिनी सिंह, हरीश तिवारी, अर्णव सिंह, साजिद खान, अनुराग आचार्य, राहुल कुमार, विवेक दुबे, विनीत दुबे, अविनाश शुक्ल, अंकित सिंह, अभिषेक मधेसिया, आशुतोष पाण्डेय, आयुष पाण्डेय, रिक्कू श्रीवास्तव आदि हैं।
जनपद के करनीपुर गांव में होगा, प्रकृति आश्रम का निर्माण

नेचर क्लब के संस्थापक अभिषेक दुबे ने बताया की तरबगंज तहसील के करनीपुर गांव में क्लब के द्वारा एक छोटे से प्रकृति आश्रम का निर्माण होने जा रहा है । यहां की जलवायु में जितने भी प्रकार के पौधे जीवित रह सकते हैं । आप सभी का रोपड़ कराया जाएगा । आश्रम के माध्यम से प्रकृति की छठा को बिखेरने का प्रयास किया जाएगा । यहां पर पहुंचने के बाद लोगों को इसकी अनुभूति हो । इसके बाद हम पूरे तराई क्षेत्र में इसका विस्तार करेंगे ।

ट्रेंडिंग वीडियो