देवीपाटन मण्डल में औपचारिकता निभा रहा विभाग, प्रचार-प्रसार के अभाव में दम तोड़ रहा खाद्य प्रसंस्करण विभाग
गोण्डा. देवीपाटन मण्डल में खाद्य प्रसंस्करण विभाग प्रचार-प्रसार के अभाव में दम तोड़ रहा है। हालत यह है कि विभाग में बाबू से लेकर अधिकारियों तक का टोटा है। गोण्डा में तो विभाग को लोग जानते तक नहीं है। यह विभाग शहर के राधाकुण्ड के पास एक जर्जर भवन में चल रहा है।
प्रदेश सरकार द्वारा खाद्य प्रसंस्करण विभाग के माध्यम से दैनिक आहार में फल सब्जियों के उपयोग की प्रवृति को बढ़ावा देना, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देकर ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अधिक से अधिक अवसर प्रदान करना ताकि कृषकों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिल सके। समय-समय पर विभाग द्वारा प्रशिक्षण आयोजित किये जाने के नियम हैं, लेकिन यहां प्रशिक्षण कब और कहां आयोजित किये जाते हैं, इसकी भनक मीडिया तक को भी नहीं लगती। यहां पर सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ाए जाते हैं।
तो ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
खाद्य प्रसंस्करण विभाग यदि सक्रिय हो तो निःसंदेह ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। एक सरकारी आकड़ों के मुताबिक, कुल उत्पादन का तीस प्रतिशत हरी सब्जियां व फल संरक्षण के अभाव में नष्ट हो जाते हैं। ऐसे में किसानों को तकनीकी ज्ञान प्रशिक्षण के माध्यम से दिया जाये तो इसको नष्ट होने से बचाया जा सकता है।
किस जिले में कितने पद रिक्त
खाद्य प्रसंस्करण अधिकारी देवीपाटन मण्डल गोण्डा में खाद्य प्रसंस्करण अधिकारी के एक पद स्वीकृत है। वह भी रिक्त चल रहा है। प्रभारी वर्ग के दो पद स्वीकृत है दोनों रिक्त हैं। इसी तरह लिपिक के एक वह भी नदारद परिचर के तीन पद में एक रिक्त चल रहा है। राजकीय फल संरक्षण केन्द्र गोण्डा में प्रभारी व सहायक प्रभारी के एक-एक पद स्वीकृत दोनों रिक्त चल रहे हैं। पर्यवेक्षक के दोनों पद रिक्त हैं। इसी तरह बहराइच प्रभारी का एक पद स्वीकृत है, वह भी रिक्त है। कुल सात पदों में तीन पद रिक्त हैं। बलरामपुर में सात पदों में 4 रिक्त तथा श्रावस्ती में सात में 4 पद रिक्त चल रहे हैं।