एक महिला परिचालक ने विभागीय अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप
गोंडाPublished: Dec 07, 2021 09:17:43 pm
गोण्डा योगी सरकार भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान चलाकर अपने को बेदाग साबित करने की कोशिश कर रही है लेकिन परिवहन विभाग के अधिकारी सरकार की मंशा को पलीता लगा रहे हैं। ढाबा संचालकों और परिवहन विभाग के बीच चल रही सांठगांठ का उस वक्त खुलशा हुआ जब एक महिला परिचालक द्वारा यात्रियों के विरोध करने पर ढाबा पर बस को नहीं रोका गया। आरोप है इससे नाराज परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बस चेकिंग के नाम पर महिला परिचालक को सार्वजनिक रूप से अपमानित किया अब सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है।
बताते चलें कि गोण्डा डिपो में तैनात एक महिला परिचालिका द्वारा क्षेत्रीय प्रबन्धक पर आरोप लगाते हुये उत्पीड़न की बात वीडियो में कहीं जा रही है। पूरा मामला जनपद बाराबंकी के रामनगर स्थित एक अनुबंधित ढाबे से जुड़ा है। कहा जाता है कि परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा ढाबा संचालकों से मोटी रकम लेकर चालको व परिचालकों को ढाबों पर बसों को रोकने के लिये दबाव बनाया जा रहा है। ऐसा न करने वाले चालको व परिचालकों को सार्वजनिक रूप से अपमानित करने के साथ-साथ उन्हें विभागीय कार्यवाही का खौफ दिखाया जा रहा है। यात्रियों का आरोप है कि विभाग के जिम्मेदार अधिकारी सरकारी बसों को ढाबों पर जबरन ठहराव करवा रहे हैं। जिसके चलते यात्रियों को अपने गंतव्य स्थान तक पहुँचने में काफी बिलम्ब होता है। इतना ही नही इन ढाबों पर बहुत घटिया खाद्य पदार्थों को परोसने व मनमानी कीमत वसूलने के भी आरोप है। यात्रियों द्वारा विरोध करने पर ढाबा संचालक द्वारा उनसे अभद्रता करने की भी बात सामने आई है। अब वहां पर बस ना रोकने का खामियाजा डिपो में तैनात महिला परिचालिका को भुगतना पड़ रहा है। वायरल वीडियो 5 दिसम्बर का बताया जा रहा है। जब यात्रियों ने ढाबे की खराब व्यवस्था के चलते वहाँ बस नहीं रुकने दिया। तो विभागीय अधिकारियों ने आगे जाकर उसकी बस रुकवा कर चेकिंग के दौरान खरी-खोटी सुनाई व सार्बजनिक रूप से अपमानित किया। महिला के काफी गिड़गिड़ाने के बाद भी उसे विभागीय कार्यवाही का धौंस दिया गया। जब यात्रियों ने महिला परिचलिका का बचाव करना चाहा तो अधिकारियों द्वारा उन्हें भी सरकारी कार्य में बाधा डालने की धमकी दी गयी। इस दौरान विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली से क्षुब्ध परिचलिका नेहा मिश्रा रोती चिल्लाती रही और भावुकता वश उसने नौकरी छोड़ने की भी बात कह डाली। पीड़ित महिला परिचलिका नेहा मिश्रा ने आरोप लगाते हुये बताया कि यात्रियों द्वारा बस न रोकने पर अधिकारियों ने मुझे बहुत परेशान किया । मेरा वेबिल ले लिया गया। जिसके चलते उसे कैश जमा करने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। महिला परिचालिका ने इसके लिये सीधे क्षेत्रीय प्रबंधक व एक टीआई पर गम्भीर आरोप लगाते हुये प्रताड़ना का आरोप लगाया है। मामला विभाग के बड़े अधिकारी से जुड़ा है। ऐसे में विभाग इस प्रकरण को कितनी गम्भीरता से लेगा इस पर क्या कार्यवाही होगी यह यह बात अभी भविष्य के गर्त में छिपी है। इस संबंध में परिवहन विभाग के आर एम प्रभाकर मिश्रा का पक्ष जानने के लिए उनके नंबर 9415049642 पर कई बार फोन कर बात करने का प्रयास किया गया। लेकिन फोन ना उठने के कारण उनके पक्ष की जानकारी नहीं मिल सकी।