गोंडा में ग्राम प्रधानों के साथ डीएम व सीडीओ ने देखी टॉयलेट एक प्रेमकथा मूवी, कहा- महिलाओं की भूमिका स्वच्छता में बहुत ही महत्वपूर्ण है
गोण्डा. जिले को गन्दगी से मुक्त कराने और स्वच्छ भारत मिशन में जिले को प्रथम पायदान में लाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा नित नए अभिनव प्रयोग किए जा रहे हैं। बृहस्पतिवार को जिले के हर ब्लॉक से सोलह-सोलह महिला ग्राम प्रधानों, सीएलटीएस टीम, स्वच्छा ग्राहियों तथा अन्य ग्राम प्रधानों के साथ जिले के वरिश्ठ अधिकारियों ने स्वच्छता पर आधारित ‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’ मूवी देखी और ग्राम प्रधानों को स्वच्छता अभियान से जोड़ने का प्रयास किया गया।
डीएम व सीडीओ के आह्वान पर नगर के कुंवर टाकीज में जिले के प्रत्येक ब्लॉक से सोलह-सोलह महिला ग्राम प्रधानों सहित स्वच्छता से जुड़ी टीम ने डीएम जेबी सिंह एवं सीडीओ दिव्या मित्तल के साथ मूवी देखी। डीएम जेबी सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा यह ठान लिया गया है कि जिले को स्वच्छता के क्षेत्र में पहली पंक्ति में लाने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएंगे और इसके लिए ठोस कदम उठाए भी जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह मूवी लोगों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित करने का काम करेगी। इससे लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरुकता आएगी और वे लोग गांवों में जाकर अन्य लोगों को भी स्वच्छता का संदेश देने का काम करेंगे।
ये रहे मौजूद इस अवसर पर उपनिदेशक पंचायतीराज एके सिंह, डीपीआरओ घनश्याम सागर, जिला मनोरंजन कर अधिकारी अविनाशचन्द्र राय, डीपीसी अभय प्रताप सिंह रमन व पिंकी श्रीवास्तव, बृजेश श्रीवास्तव सहित ग्राम प्रधानगण व जनसामान्य उपस्थित रहे।
सीडीओ ने कहा सीडीओ दिव्या मित्तल ने कहा कि टॉयलेट एक प्रेम कथा जैसी स्वच्छता का संदेश देने वाली मूवी को देखकर लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए और स्वच्छता के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों में भागीदार बनते हुए जिले को लक्ष्य के अनुसार 2018 तक खुले में शौचमुक्त बनाने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मूवी देखने हेतु विशेश रूप से महिला ग्राम प्रधानों को आमंत्रित किया गया है, क्योंकि महिलाओं की भूमिका स्वच्छता में बहुत ही महत्वपूर्ण है। महिलाओं की भागीदारी हो जाने से स्वच्छता अभियान को निश्चित ही रफ्तार मिलेगी और जिले को जल्द से जल्द से ओडीएफ (शौच मुक्त) कराया जा सकेगा। उन्होंने मूवी देखने आए ग्राम प्रधानों व अन्य लोगों से अपील किया कि वे सब गांव में स्वच्छता का संदेश लेकर जाएं और स्वच्छता से लाभ के बारे में लोगों को बताएं तथा जागरूक करें।