Gonda news: गायत्री की दीक्षा पाए हुए साधकों को कथावाचक ने बताया कि दीक्षा लेने वाले व्यक्ति को कभी किसी की बुराई नहीं करना चाहिए। मन निर्मल होना चाहिए। मां गायत्री की दीक्षा लिए हुए साधकों को पुण्य कार्यो के लिए कम से कम प्रतिदिन एक घंटा समय दान देना चाहिए। हर व्यक्ति को गायत्री परिवार के साहित्य की किताब भी पढ़नी चाहिए। शान्ति कुंज हरिद्वार से आई टोली ने मानव कल्याण के लिए चल रहे इस महा यज्ञ में आवाह्न कर लगभग 15 लोगों को संकल्प दिलाया गया कि आने वाले एक वर्षों में पूरे छपिया ब्लाक के प्रत्येक ग्राम सभा में घर-घर गायत्री का कार्य पहुंचना है।
जिस दिन लक्ष्य पूरा होगा, पूरे क्षेत्र में एक नई ऊर्जा का संचार
मुख्य कथा वाचक ने बताया कि जिस दिन यह लक्ष्य पूरा कर लेंगे। उस दिन एक नई ऊर्जा का संचार पूरे क्षेत्र में हो जाएगा। जब हर घर में यज्ञ होगा। तो हर जगह का वातावरण अपने आप शुद्ध हो जाएगा। सकारात्मक ऊर्जा अपने क्षेत्र में अपने आप फैलेगी। महायज्ञ मे सम्मिलित सभी श्रद्धालुओं ने यज्ञ कुंड के चारों तरफ परिक्रमा कर मां गायत्री का आशीर्वाद कर प्राप्त कर अन्त में प्रसाद ग्रहण किया है। महायज्ञ कार्यक्रम में प्रमुख रूप से महायज्ञ के यजमान विजय बहादुर सिंह,राकेश ओझा,राधेश्याम चतुर्वेदी,रघुभूषण तिवारी,राम कुमार गुप्ता,नीरज गुप्ता,अजय ओझा,अनिल कुमार त्रिपाठी एडवोकेट,गंगा राम यादव प्रधान,राघवेंद्र सोनी,विनोद कुमार व्यापार मंडल अध्यक्ष मसकनवां बाजार सहित तमाम महिला पुरूष श्रद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच मां गायत्री का अनुष्ठान संपन्न किया है।