जिले के विभिन्न विकासखंडों में आज सुबह तेज हवाओं व ओलावृष्टि से दलहनी व तिलहनी फसलों को भारी नुकसान हुआ, जिस वजह से अन्नदाता काफी परेशान नजर आ रहे हैं। दलहनी व तिलहनी फसलों का एकदम पीक समय चल रहा है। ऐसे में फसल का चौपट हो जाना एक किसान के लिए एक बड़े नुकसान के बराबर है।
खास बात यह है कि ओलावृष्टि व बरसात से फसलों के हुए नुकसान का सरकारी विभागों के पास कोई आंकड़ा नहीं है। किसानों के लिए चलाई जा रही फसल बीमा योजना भी अधिकांश विकासखंडों में दलहन व तिलहन के लिए अधिसूचित न होने से ओलावृष्टि से हुई नुकसान की भरपाई भी फसल बीमा योजना के माध्यम से किसानों को होती नहीं दिख रही है।
अगर ये किया है तो मिलेगा मुआवजा :- इस बाबत उप निदेशक कृषि मुकुल तिवारी ने बताया कि आज तेज हवा, ओलावृष्टि सब जगह नहीं जनपद के कुछ विकासखंडों में हुई है। जिससे फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। किसान भाइयों से अनुरोध है कि जिन किसानों का इससे नुकसान हुआ है वह तुरंत न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी को अवगत कराएं, 48 घंटे के भीतर सर्वे कराकर उनका जितना नुकसान हुआ है, कंपनी उसकी भरपाई करेगी। किसानों को इस बात का ध्यान रखना होगा की फसल बीमा की राशि यदि केसीसी से कटी है और वह क्षेत्र किस फसल के लिए अधिसूचित था, उसका भी रिकार्ड किसानों को देना होगा। उसके बाद फसल का जितना नुकसान हुआ है उसकी भरपाई की जाएगी।