विश्व हिन्दू महासंघ के जिलाध्यक्ष मुन्नाराम पांडेय ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी गोंडा जिले के नेताओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने इसी जिले से अपने राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत की थी। यज्ञ करने वालों में प्रवीण कुमार उर्फ सोनू लाल, श्रीराम मिश्र, दद्दन तिवारी, ननकऊ पांडेय, बच्चा राम, जेपी पांडेय एवं बब्बू दुबे सहित अन्य शामिल रहे।
लोगों ने स्वास्थ्य अच्छे होने के लिए कराया महायज्ञ
अटल बिहारी बाजपेई के एम्स में भर्ती होने की सूचना सोमवार को तेजी से लोगों के बीच फैली। सोशल मीडिया पर भी ट्वीट कर लोग उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करने में लग गए कि वह जल्दी से जल्दी अच्छे हो जाएं। एम्स की प्रवक्ता डॉ. आरती विज ने कहा है कि उन्हें जांच व इलाज के लिए भर्ती किया गया है। उनकी हालत अभी स्थिर है। इसके साथ ही बताया गया है कि नेफ्रोलॉजी, गैस्ट्रोलॉजी, पल्मोनोलॉजी तथा कार्डियोलॉजी विभाग के डॉक्टरों की टीम द्वारा उनकी जांच कराई जा रही है। लेकिन उन्हें अभी अस्पताल से छुट्टी नहीं दी जा सकती है। जब पूरी तरह से अच्छे हो जाएंगे। तब उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
राजनीति से लगभग 15 साल पहले ले चुके संन्यास
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई काफी दिनों से बीमार हैं और वह भारत की राजनीति से लगभग 15 साल पहले ही संन्यास ले चुके हैं। अटल बिहारी बाजपेयी ने लाल कृष्ण आडवाणी के साथ मिलकर बीजेपी की स्थापना की थी और उसे सत्ता के शिखर तक पहुंचाया था। भारतीय राजनीति में अटल-आडवाणी की जोड़ी सुपरहिट रही है। इसलिए लालकृष्ण आडवाणी ने एम्स हॉस्पिटल पहुंचकर उनका हालचाल जाना।
अटल बिहारी वाजपेयी डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) से जूझ रहे हैं। वह 2009 से ही व्हीलचेयर पर है। उन्हें 27 मार्च 2015 को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। उनका जन्मदिन (25 दिसंबर) सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है।