एक गैर सरकारी आंकड़ों के मुताबिक विगत मार्च 2021 से अप्रैल 2022 तक पुल पर 18 दुर्घटनाओं में 23 लोगों की जान जा चुकी है। यह पुल तीव्र मोड़ वाला है। जहां रात या दिन तेजी से निकलने वाले वाहन या तो डिवाइडर से टकराकर पलट जाते हैं। या फिर ब्रेक लगाते ही दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। इतनी मौतों के बावजूद प्रशासन द्वारा इस पुल पर रेडियम लाइट या पुल के आसपास बैरिकेडिंग व इंडिकेटर नहीं लगाया गया है। और न ही इस एरिया को दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र घोषित किया गया है। जिससे आसपास के ग्रामीणों में आक्रोश भी है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन इस पुल पर होने वाली दुर्घटनाओं को नजरअंदाज कर रहा है। आये दिन दुर्घटनाएं होती हैं जो ग्रामीणों के लिए मुसीबत है। कोतवाली करनैलगंज में भंभुआ पुलिस चौकी अंतर्गत गोंडा लखनऊ मार्ग पर भुलियापुर मोड़ दुर्घटना की दृष्टि से अति संवेदनशील हो चुका है। आए दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं में बड़े हादसे हो रहे हैं। दो दिन पूर्व भुलियापुर मोड़ के पास हुए सड़क हादसे में 2 लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है। दुर्घटना की दृष्टि से अति संवेदनशील हो चुके भुलियापुर मोड़ के पास सड़क हादसे रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। रविवार को एक और सड़क दुर्घटना हुई।
जरवल रोड़ के ग्राम जोतौरा के निवासी बेकत बाइक से करनैलगंज आए थे। जहां लौटते समय अज्ञात कारणों से हुई सड़क दुर्घटना में बाइक सवार सड़क किनारे बनी करीब 20 फिट नीचे खाई में जा गिरा। जहां स्थानीय लोगों ने घायल को देखकर उसे बाहर निकाला। एंबुलेंस को सूचना देकर घायल को अस्पताल पहुंचाया। जहां घायल की स्थिति नाजुक देख डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत जिला अस्पताल रेफर कर दिया।