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नाले का गन्दा पानी पीने को मजबूर रेलकर्मी, सरकार नहीं दे रही ध्यान

locationगोंडाPublished: Oct 14, 2017 02:37:37 pm

रेलवे विभाग बेपरवाह होकर बाहर सफाई कौन कई शरीर के अन्दर गन्दगी, पानी के सहारे डाल रहा है।

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गोण्डा. देश को प्रधानमंत्री से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वच्छता अभियान चला कर लोगों के आस-पास की गन्दगी साफ कर रहे है और लोगों को स्वच्छता के प्रति सजग रहने की अपील भी कर रहें है। लेकिन रेलवे विभाग बेपरवाह होकर बाहर सफाई कौन कई शरीर के अन्दर गन्दगी, पानी के सहारे डाल रहा है।


बताते चले केन्द्र और राज्य सरकार के आवाहन पर स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत के तहत करोड़ रुपये खर्च कर अभियान चला रहा हे। जिले एवं प्रदेश के लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरुकता लाने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पिछले वर्ष अपने लोकसभा क्षेत्र में गंगा घाट पर सफाई कर स्वच्छता एवं सफाई के लिए अवाहन किये थे। इसके बाद ही जिले स्तर पर मंत्री, सांसद, विधायक जन प्रतिनिधियों द्वारा जगह-जगह सफाई अभियान चलाया गया। उक्त सफाई अभियान में जिला प्रशासन ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।


ये सारी गतिविधियां गोण्डा के रेलवे विभाग को नी दिखायी पड़ता है। रेलवे कालोनियों की हालत बद से बदतर बनी हुयी है। रेल आवासों के आस-पास बड़े-बड़े जंगल झाड़ी नालियों का गन्दा पानी दरवाजे व घरों के आंगन तक पहुंच रहा है लेकिन रेलवे का आईडब्ल्यू विभाग कुम्भकर्णी नींद में सो रहा है। स्थित तो यह हो गयी है, सेमरा कालोनी, गिरिजा कालोनी, साहेबगंज, मेडिकल कालोनी में रहने वाले रेल कर्मियों को नाले का गन्दा पानी वाटर सप्लाई के माध्यम से सीधे उनके पेट में जाकर घातक बीमारियों को दावत दे रहा है।


ब्ता दे सेमरा कालोनी में केन्द्रिय रेलवे विद्यालय है जिसमें हजारों की संख्या में छात्र अध्ययन कर रहें है। इसी विद्यालय से थोड़ा आगे मुख्य सड़क के किनारे रोड नं0 4 के सामने बह रहे गन्दे नाले में वाटर सप्लाई का पाइप महीनों से टूटा हुआ है। जिससे रेलवे आवासों को सप्लाई होने वाला पानी वाटर सप्लाई के दौरान नाले में फोर्स के साथ निकल कर बहता है और जब वाटर सप्लाई बन्द हो जाता तो नाले का पानी वापस उक्त सप्लाई वाले पाइप में भर जाता है। जो पाइप के सहारे आवासों में जाता जिसे रेलकर्मी उपयोग कर रहें है। यह मोटा लीकेज करीब एक माह से हो रहा है और एक माह से रेलकर्मी नाले का गन्दा पानी पी रहें है। रेल आवासों में पानी का समय निश्चित रेल आवासो सौ प्रतिशत कालोनीवासी वाटर सप्लाई का पानी उपयोग करते हैं। पानी सप्लाई भी सुबह, दोपहर, सायंकाल एक निश्चित समय पर रेल करता है।

क्या कहते हैं चिकित्सक


रेलवे अस्पताल के चिकित्सक डाक्टर निशान्त पाण्डेय ने बताया कि नाले का पानी घातक से अनेक तरह की बीमारी होगी जो प्राण घातक, डायरिया, टाइफाइड, पथरी जैसे रोगों को जन्म देगा।

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