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VIDEO : नाबालिग लड़कियां बेच रही हैं शराब, बदले में पुलिस को देनी होती है माहवारी

locationगोंडाPublished: Nov 14, 2017 07:17:24 am

Submitted by:

Hariom Dwivedi

बाल दिवस पर विशेष : नाबालिग लड़के-लड़कियों ने बताया कि गांव से शहर तक शराब लाने के बदले उन्हें पुलिस को देनी होती है मोटी रकम

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कैलाश वर्मा

गोण्डा. 14 November यानी दिन मंगलवार को विश्व बाल दिवस है। बाल दिवस के दिन देश-दुनिया में हर जगह बच्चों की आजादी और उनके सपनों की बात होती है। लेकिन आज हम उन बच्चों की तस्वीरें आपको दिखा रहे हैं, जो चंद पैसों की खातिर किताबें छोड़ अवैध शराब का काला कारोबार कर रहे हैं, जिसमें पुलिस के भी शामिल होने के आरोप लग रहे हैं। मामला उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले का है। यहां कच्ची शराब का काला कारोबार कुटीर उद्योग बना हुआ है। यहां कच्ची शराब की सप्लाई नाबालिग लड़के-लड़कियां करते हैं। आरोप है कि कच्ची शराब बनाने और सप्लाई करने के लिए स्थानीय पुलिस पैसा लेती है।
पत्रिका उत्तर प्रदेश टीम ने ऐसे बच्चों को पकड़ा, जो गांव से कच्ची शराब बोरियों में भरकर बेचने के लिए ले शहर ले जाते हैं। उन्हें कोई नहीं रोकता। साइकिल पर शराब लादकर वो शहर कैसे पहुंच गए? पत्रिका के इस सवाल पर बच्चों ने बताया कि इसके लिए छपिया थाने के सिपाही अखिलेश यादव को 500 रुपये देना पड़ता है। साइकिल के कैरियर पर शराब लादे दूसरे बच्ची ने बताया कि वह इसे एक व्यक्ति के पास सप्लाई के लिए ले जा रही है। शहर तक कैसे पहुंचे, इ सवाल पर उसने बताया कि बदले में पुलिस को दो हजार रुपये देना पड़ता है। एक लड़के ने तो साइकिल के कैरियर पर बोरी में प्लास्टिक के पालिथिन में भर भर करभर रखा था, जिसे उतार कर दिखाया, जिसे आप भी देखकर दंग रह जाएंगे।
माहवार पैसे लेती है पुलिस
यह कोई पहला मामला नहीं है, जिले के ऐसे सैकड़ों गांव हैं, जहां कच्ची शराब की भट्ठी 24 घंटे धधकती रहती है। ऐसी बात नहीं है कि इन शराब भट्ठियों की जानकारी पुलिस को नहीं है। सूत्रों की मानें तो किस गांव में कितनी शराब की भट्ठी हैं, जिन्हें शराब बनाने के उपयोग में लाया जाता है, सब पुलिस रिकॉर्ड में चिन्हित है। लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं करती। सूत्रों की मानें तो कार्रवाई न करने के एवज में पुलिस प्रति भट्ठियों से डेढ़ हजार से दो हजार रुपये तक माहवार वसूल करती है। इसके बदले पुलिस छापेमारी से पूर्व सूचना दे देती है कि अमुक दिन अमुक समय छापेमारी होना है, जिससे शराब बनाने वाले फरार हो जाते हैं।
सख्त हुआ आबकारी विभाग
आबकारी विभाग इन दिनों कुछ ज्यादा सख्ता नजर आ रहा है। विभाग ने बीते 2 माह में दर्जनों गांवों में छापेमारी कर कई हजार लीटर लहन नष्ट कर, हजारों लीटर अवैध जहरीली कच्ची शराब बरामद की है। पुलिस ने इस दौरान दर्जनों महिला-पुरुषों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा है, जो इस काले कारोबार में लिप्त थे।
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