रेलवे के की-मैन ने दी थी हादसे की सूचना जानकारी के मुताबिक की-मैन यूनुस द्वारा स्टेशन मास्टर को सूचना मिली कि स्टेशन के पूर्वी रेलवे क्रॉसिंग के पास एक महिला व दो बच्चों की अज्ञात ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही स्टेशन मास्टर मोतीगंज ने आरपीएफ, जीआरपी गोंडा, मनकापुर वा मोतीगंज पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी स्टेशन मास्टर की सूचना पर जीआरपी गोंडा के प्रभारी निरीक्षक एमपी चतुर्वेदी आरपीएफ इंस्पेक्टर उदयराज, प्रभारी निरीक्षक मोतीगंज अरविंद कुमार घटनास्थल पर पहुंच कर शव को रेलवे ट्रैक से बाहर करवाया और मौके पर मौजूद लोगों से पहचान करवाई पर उनके बारे में कुछ पता नहीं चल सका।
जेठ ने की शवों की शिनाख्त बाद में सोठिया गांव निवासी मृतका के जेठ रामनाथ यादव ने अपने भाई की पत्नी व बच्चों के रूप में पहचान की और बताया कि ये मेरे भाई की पत्नी व बच्चे हैं।
पारिवारिक कलह की बात आई सामने घटना के पीछे परिवारिक कलह बताई जा रही है। प्रभारी निरीक्षक जीआरपी गोंडा एम पी चतुर्वेदी ने बताया कि मृतका की पहचान मोतीगंज थाना क्षेत्र के सोठिया गांव निवासी सुनीता (30) व बेटे आलोक (5) व बेटी अनिका (3) के रूप में हुई है। शव को कब्जे में लेते हुए पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और परिजनों को सूचना दे दी गई है।
औरैया में भी हुई थी इस तरह की घटना बता दें कि इससे पहले औरैया में की दो सगी बहनों सपना (17) और पूनम (16) ने हाथ पकड़कर ट्रेन के आगे कूद गई। हादसे में दोनों की मौत हो गई। पिता के जाने के बाद सारी जिम्मेदारी पूनम और सपना के कंधों पर थी। वो लोग सुबह खेती करती और शाम को घर-घर जाकर काम करती थीं।