लोकसभा चुनाव परिणाम के दिन 23 मई को पैदा हुए बच्चे की मां मैनज बेगम ने बताया कि उन्होंने अपने समाज के डर से बच्चे का नाम फिर से बदलकर मोहम्मद अल्ताफ़ आलम मोदी रख दिया है। मैनज बेगम का कहना है कि मोदी के नाम पर बच्चे का नाम रखने पर उसके समाज के लोग काफी नाराज थे और उन पर नाम बदलने का दवाब बना रहे थे। इसलिए अब बच्चे को मोहम्मद अल्ताफ़ आलम मोदी के नाम से पुकारने की बात कही जा रही है।
12 मई बताई जा रही है बच्चे की जन्मतिथि
लोकसभा चुनाव के परिणाम के दिन मुस्लिम परिवार में जन्मे बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखा गया था। लेकिन महिला ने समाज के डर से अपने बच्चे का फिर से नाम बदलकर मोहम्मद अल्ताफ़ आलम मोदी रख दिया हैं। वहीं अब बच्चे की जन्मतिथि को लेकर विवाद होना शुरू हो गया है। अब बच्चे की जन्म की तारीख 12 मई बताई जा रही है जबकि बच्चे की मां ने कहा है कि मैंने 23 मई को एक बच्चे को जन्म दिया था। जब बच्चे का नाम रखने की बात आई तो उसने बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखने की जिद पकड़ ली थी। जिससे ससुराल वाले चौंक भी गए थे। कई कोशिशों के बाद उसके ससुर ने मंजूरी दे दी। यहां तक कि दुबई में नौकरी कर रहे प्रसूता के पति ने भी बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखने की इजाजत दे दी।
डाक्टर ने बताई सही जन्मतिथि
23 मई को पैदा हुए बच्चे का फिर से नाम बदलने को लेकर अब बच्चे की जन्म की तारीख को लेकर विवाद शुरू हो गया है। कुछ लोगों का कहना है कि बच्चे का जन्म 12 मई को हुआ है लेकिन महिला का कहना है कि बच्चे का जन्म 23 मई को हुआ है। इस पर डॉक्टरों का भी कहना है कि नवजात बच्चे का जन्म 23 मई को नहीं बल्कि 12 मई को हुआ था। महिला ने गलत हलफनामा लगवाकर ब्लाक में नाम रखने का आवेदन किया है। यह बच्चा 12 मई को दिन में 12 बजे के आसपास पैदा हुआ था. लोकप्रियता के लिए 23 मई बताकर बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखा था। अब महिला बच्चे का नाम बदलना समाज का डर बता रही है।