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अब छात्र छात्राओं की होगी बायोमेट्रिक हाजिरी 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति होने पर नहीं मिलेगा इन योजनाओं का लाभ

locationगोंडाPublished: May 16, 2022 04:55:46 pm

Submitted by:

Mahendra Tiwari

गोंडा माध्यमिक शिक्षा परिषद से जुड़े विद्यालयों में पढ़ रहे छात्रों को नए शिक्षा सत्र से बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज कराना होगा। 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा।

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योगी सरकार द्वारा माध्यमिक शिक्षा से जुड़े विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने के लिए तथा छात्र-छात्राओं की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से नए नियम लागू किए गए हैं। इस नियम के तहत छात्र-छात्राओं की हाजिरी अब रजिस्टर पर नहीं लगेगी। बल्कि उन्हें इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से यानी बायोमेट्रिक उपस्थिति अंगूठा लगाकर दर्ज करानी पड़ेगी। ऐसे में यदि 75% से उपस्थिति कम पाई गई तो ऐसे छात्र छात्रवृत्ति योजना से वंचित हो जाएंगे। जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार ने विद्यालय के प्रबंधक को व प्राचार्य के साथ बैठक कर उन्हें जानकारी देते हुए बताया कि विद्यालय प्रबंध तंत्र द्वारा छात्रों की बायोमेट्रिक हाजिरी लेने के बाद उस लिंक को पोर्टल पर अपडेट भी करना होगा। विद्यालयों में खेल की कमी को दूर करने के लिए ओपन जिम बनाने के लिए प्रत्येक विद्यालय के प्रबंधकों को उत्साहित किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि हर विद्यालय में क्विज प्रतियोगिता के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी नियमित अंतराल पर कराया जाए। कुछ प्रधानाचार्य ने नए सत्र से अनिवार्य होने वाली बायोमैट्रिक अटेंडेंस प्रणाली को ग्रामीण इलाकों के विद्यालयों के लिए उचित नहीं माना। अधिकांश विद्यालयों के प्राचार्य का मानना था। की बायोमेट्रिक उपस्थिति को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों में काफी समस्या आएगी। कई घंटे छात्रों की उपस्थिति लेने में लग जाएंगे। ऐसे में पढ़ाई का ही नुकसान होगा। वहीं शिक्षक नेताओं का कहना था कि वित्तविहीन विद्यालयों के ऊपर सरकार अतिरिक्त बोझ लाद रही है। ऐसे में बायोमेट्रिक मशीन खरीदने के लिए पैसा कहां से जुटाया जाए। कारण कुछ भी हो लेकिन बायोमेट्रिक उपस्थिति की प्रणाली लागू होने से विद्यालयों में फर्जीवाड़ा पर प्रभावी अंकुश लगेगा। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों का मानना है कि जब कोई नियम लागू होते हैं। तो शुरुआती दौर में कुछ ना कुछ परेशानियां आती हैं। लेकिन उनका भविष्य बहुत ही उज्जवल रहता है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में बायोमेट्रिक उपस्थिति से छात्रों पर भी विद्यालय में समय से पहुंचने चिंता सताएगी। जिससे वह समय से विद्यालय पहुंचकर आसानी से शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे।
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