सिख को अपमानित करने पर बवाल
बताया जाता है कि भाटिया के छोटे भाई सोनू भाटिया का कुछ पैसा बाकी था। जिसे लेकर बुधवार देर शाम जब उन्होंने पैसा मांगा और चौकी पर शिकायत की तो चौकी प्रभारी रत्न पांडेय ने राजेन्द्र सिंह भाटिया को वहां बुला लिया। बातचीत के दौरान राजेन्द्र भाटिया के आत्महत्या करने की बात कहने पर चौकी प्रभारी भड़क गए और पगड़ी नोंच कर बुरी तरह पिटाई शुरू कर दी। जब तक भाटिया कुछ समझ पाते चौकी प्रभारी उन्हें खींचते हुए सड़क पर ले आए और अपमानित करते हुए बेइज्जत किया। इसके बाद माहौल बिगड़ते देख लोगों के एकत्र होने पर दरोगा चुपके से फरार हो गया।
सिख समुदाय ने इसे अपमान मानते हुए कोतवाली का घेराव कर दिया है। भारी संख्या में लोगों के जुटने पर अधिकारियो के हाथ पांव फूल गए और मामला शांत करने में जुट गए हैं। सीओ सिटी भरत लाल यादव ने खुद अपने हाथ से भाटिया की पगड़ी बांधी है और घटना के क्षमा मांग कहा आरोपी दरोगा के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी है। व्यापार मंडल के अध्यक्ष आदित्य पाल ने कहा कि यदि कार्रवाई नहीं होती है, तो व्यापारियों को आन्दोलन से रोकना मुश्किल होगा। व्यापारी आर पार के लड़ाई के लिए बाध्य होंगे।