करीब 15-20 वर्ष पूर्व हुआ था पुराने हाल का मरम्मत- शहर के बीचों बीच होने के कारण टाउनहाल का काफी महत्व है। इसी हॉल में सारे सरकारी व गैर सरकारी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, लेकिन हॉल से लोग सन्तुष्ट नहीं है। हॉल की देख रेख नगर पालिका गोण्डा करती है। करीब 15-20 वर्ष पूर्व लाखों रुपये की लागत से जिले में जिलाधिकारी रहे नवनीत सहगल ने मरम्मत कराया था, लेकिन इतने दिनों के बाद यह हाल पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। इसे आधुनिक करने के लिए कई बार लोगों द्वारा मांग भी की गयी, लेकिन सम्भव नहीं हो पाया। आजादी के पूर्व बने इस हॉल की छत पर टीन लगी है। मुख्य प्रवेश द्वार के दोनों तरफ ऊपर बालकनी में जाने के लिए सीढी और कमरे बने हैं। हॉल में लगभग 150 कुर्सी लगी हैं और सामने स्टेज दोनों तरफ चेन्ज रूम और शौचालय बने हैं। हाल के बायी तरफ बरामण्डा है। दाहिने तरफ भी बरामण्डा और दरवाजा है।
कैसा होगा आधुनिक टाउनहाल- आर के टेक द्वारा जिला प्रशासन ने एक डिजाइन व नक्शा तैयार करवाया है, जिसमें सामने मुख्य द्वार का लुक बदल एक फैन्सी दीवार होगी। मुख्य द्वार के अलावा दाहिने और बांये दो-दो दरवाजे होंगे। 60 लाख की लागत से मरम्मत होने वाले इस हॉल में फर्श पर टाइल्स लगेगा। सभी कुर्सियां बदली जाएगी तथा स्टेप पर कुर्सी जाम होगी। बॉलकनी में 8 कुर्सी वी.आई.पी के लिए फिक्स होगी। बॉलकनी थोड़ा बढ़ाने का सुझाव है, जिससे कुर्सियों की संख्या बढ़ जाएगी। स्टेज पर लाइटिंग व्यवस्था की जाएगी व पर्दा लगेगा।