डीपीआरओ द्वारा जिलाधिकारी को अवगत कराया गया था कि जरौली गांव में चार ऐसे व्यक्ति हैं जो कि काफी मान मनव्वल के बाद भी शौचालय बनाने को राजी नहीं हो रहे हैं, जिसके कारण ग्राम पंचायत को ओडीएफ नहीं घोषित किया जा सका है।
डीएम जेबी सिंह व एसपी उमेश कुमार सिंह ने समाधान दिवस के बाद सीधे जरौली गांव पहुंच गए और वहां पर शौचालय न बनाने की जिद्द करने वाले चन्द्रपाल, गोलू पुत्र रामपाल, जंगल पुत्र रामलाल तथा दशरथा से सीधे बात की और दो दिन के भीतर शौचालय निर्माण कार्य शुरू कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने वहीं मौके पर ही उपस्थित ग्राम प्रधान को निर्देश दिए कि चारों व्यक्तियों के यहां शौचालय निर्माण हेतु लेबर व मैटीरियल की व्यवस्था कराएं तथा शौचालय निर्माण कार्य शुरू कराकर सूचित करें। उन्होंने सीओ करनैलगंज को स्पष्ट निर्देश दिए है कि जो भी व्यक्ति शौचालय निर्माण कार्य में अवरोध उत्पन्न करें या अनावश्यक विवाद उत्पन्न करें उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें।
उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्यक्रम है, इसमें कोई भी व्यक्ति अनावश्यक अवरोध उत्पन्न करे तो उसे जेल भेजने का काम करें। बताते चलें कि विकासखण्ड परसपुर की ग्राम पंचायत चरहुआ ग्राम पंचायत ओडीएफ हेतु चयनित है जरौली में 149 शौचालयों का निर्माण कराया जाना था, जिसके सापेक्ष 145 लोगों ने तो शौचालय बनवा लिया परन्तु सिर्फ चार लोग किसी भी दशा में शौचालय बनवाने के लिए तैयार नहीं थे।
जिससे ग्राम पंचायत को ओडीएफ नहीं घोषित किया जा सका। डीएम ने मामले का संज्ञान लिया और स्वयं गांव में बात करने पहुंच गए। चारों लोगों से स्वयं उन्होंने बात कर शौचालय बनवाने के लिए राजी कर लिया।