उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत सचिव एवं ग्राम प्रधान का डिजिटल सिग्नेचर बनवाया जायेगा। वे यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके अलावा इसका प्रयोग कोई और न करें। उन्होंने कहा कि 15वेंं वित्त आयोग एवं पंचम राज्य वित्त आयोग के अन्तर्गत आवंटित होने वाली धनराशि का व्यय ग्राम पंचायत सचिव एवं ग्राम प्रधान के डिजिटल सिग्नेचर के माध्यम से ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर किया जाता है। इसके लिए दोनों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। किसी प्रकार के धन का दुरूपयोग पाये जाने पर दोनों की जिम्मेदारी तय की जायेगी।
इस अवसर पर डी.सी. एनआरएलएम, डी.सी. मनरेगा सहित अन्य संबंधित अधिकारी व ग्राम पंचायत सचिव उपस्थित रहे। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया है कि विकासखण्डों में प्रशिक्षण हेतु निर्धारित तिथि इस प्रकार है। विकासखण्ड झंझरी तथा रूपईडीह में प्रशिक्षण संपन्न हो गया है। इटियाथोक व पण्डरीकृपाल 29 अप्रैल, मुजेहना व मनकापुर 30 अप्रैल, छपिया व बभनजोत 02 मई, कर्नलगंज व परसपुर 05 मई, कटरा बाजार व हलधरमऊ 06 मई, वजीरगंज व नवाबगंज 07 मई, बेलसर व तरबगंज 09 मई को प्रातः 11 बजे से अपरान्ह 02 बजे प्रशिक्षण का आयोजन किया जायेगा।